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पंजाब-हरियाणा में आज झमाझम बारिश, पहाड़ों पर बर्फबारी, किसानों-बागबानों के खिले चेहरे, हिमाचल में 4 हाईवे ठप

पंजाब और हरियाणा में देर रात से पड़ रही झमाझम बारिश के कारण जहां लोगों ने राहत की सांस ली है वहीं पर किसानों के भी चेहरे खिल उठे हैं। गेहूं की फसल के लिए यह बारिश किसी खाद से कम नहीं है। पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण हो रही बर्फबारी ने बागबानों को भी खुश कर दिया है।

बागबानों का कहना है कि बर्फबारी के कारण सेब की फसल के लिए जो चिलिंग ऑवर चाहिए होते हैं वह पूरे हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अच्छी बर्फबारी सेब की फसल के लिए खाद का काम करेगी और फसल अच्छी होगी। मौसम विभाग ने भी आज पंजाब और हरियाणा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है।

हिमाचल में बर्फबारी से 130 सड़कें बंद

सीजन की भारी बर्फबारी के कारण हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में 4 नेशनल हाईवे समेत करीब 130 सड़कें बंद हो गई हैं। इतना ही नहीं हिमाचल प्रदेश ऊपरी इलाकों में ही बिजली व्यवस्था भी ठप गो गई है। यहां पर करीब 395 ट्रांसफार्मरों ने काम करना बंद कर दिया है। जिससे विद्युत सप्लाई प्रभावित हुई है।

मनाली माल रोड पर बर्फबारी

बर्फबारी देखने के लिए बेशक पर्यटकों में क्रेज देखा जा रहा है और पर्यटकों की हिमाचल में संख्या भी बढ़ी है लेकिन यह बर्फबारी पर्यटकों के लिए मुसीबत भी खड़ी कर रही है। भारी बर्फबारी के कारण फंसे 300 पर्यटकों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग के अनुसार 4 फरवरी तक हिमाचल में मौसम बर्फबारी वाला ही रहने की संभावना है।

पंजाब हरियाणा में यहां है बारिश का ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने आज पंजाब और हरियाणा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला और मलेरकोटला में आसमानी गरजना के साथ बारिश होगी। मौसम विभाग ने अन्य सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

इसी तरह से हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सोनीपत, जींद और पानीपत में मौसम विभाग ने बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं सिरसा व फतेहाबाद में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। जबकि अन्य पूरे राज्य में येलो अलर्ट है।

बीमारियों से मिलेगी निजात

काफी दिनों से मैदानी इलाकों में बारिश न होने और ठंड का प्रकोप, एकाएक बढ़ जाने से जहां स्मॉग छाई हुई थी वहीं पर प्रदूषण ज्यादा होने से लोग खांसी-जुखाम जैसी एलर्जिक बीमारियों से ग्रस्त हो रहे थे। बारिश के बाद अब जहां प्रदूषण का स्तर भी आज AQI पर 100 से नीचे आ गया है, वातावरण में हवा शुद्ध हो गई है। वहीं पर अब बीमारियों से भी राहत मिलेगी।

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