वकालत की पढ़ाई के साथ वकीलों को चाय पिलाएगी रिस्पी, पढ़े हौसले की अनोखी कहानी

ऊनाः जरूरी नहीं है कि आर्थिक जरूरत के चलते ही काम किया जाए, लेकिन हौसला हो कुछ नया करने का तो मंजिल मिल ही जाती है। बस बात है कदम बढ़ाने की और साथ देने वाले की। ऐसा ही कुछ मैहतपुर की रिस्पी के साथ हुआ है, जिसने सपना देखा और कदम बढ़ा लिया। बता.

ऊनाः जरूरी नहीं है कि आर्थिक जरूरत के चलते ही काम किया जाए, लेकिन हौसला हो कुछ नया करने का तो मंजिल मिल ही जाती है। बस बात है कदम बढ़ाने की और साथ देने वाले की। ऐसा ही कुछ मैहतपुर की रिस्पी के साथ हुआ है, जिसने सपना देखा और कदम बढ़ा लिया। बता दें की रिस्पी बढेहड़ा लॉ कॉलेज में द्वितीय समेस्टर की छात्रा है। आर्थिक रूप से रिस्पी को कोई कमी नहीं है, लेकिन रिस्पी के मन में कुछ अलग करने की चाह है, इसलिए रिस्पी ने अपने इरादों को पुरा करने के लिए आधुनिक चाय की दुकान खोल ली। खास बात यह है कि लॉ कॉलेज की छात्रा ने जिला सचिवालय व कोर्ट परिसर के सामने दुकान खोली है, यानि लॉ की छात्रा पढ़ाई के साथ-साथ वकीलों को भी चाय पिलाएगी। जोकि अपने आप में बहुत बड़ी बात है।

रिस्पी से बात करने पर उसने बताया कि रिस्पी अकसर राज्यस्थान अपने रिश्तेदारों के यहां आती जाती रहती है और वहां की चाय का स्वाद रिस्पी को कहीं और नहीं मिला, खासकर कुल्लड चाय। 2022 में रिस्पी ने महाविद्यालय ऊना के सामने चाय की पहली दुकान अपने बडे भाई के सहयोग व समर्थन से खोली। हांलाकि पिता ने इसके लिए रिस्पी का हौसला नहीं बढ़ाया। रिस्पी ने बताया कि उस दुकान से आमदनी अच्छी होने लगी, तो जिला मुख्यालय के पास यह दूसरी दुकान का शुभारंभ कर दिया।

यहां चाय, कॉफी, व कुल्लड चाय कम मूल्य में उपलब्ध है। रिस्पी अपने शौक के लिए यह काम कर रही है और साथ ही अन्य 2 लोगों को भी रोजगार दे रही है। रिस्पी ने इन दोनों चाय की दुकानों पर लड़के रखे हुए है व समय रहते रिस्पी खूद भी काम करती है। लड़कियों के लिए यह प्रेरणा है कि अगर इरादे मजबूत हो तो सब हासिल हो जाता है। सपने भले कितने बड़े हो हौसला व इरादे पक्के हो तो आसमां को भी छूआ जा सकता है।

 

 

 

 

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