शिरोमणि अकाली दल हमेशा राष्ट्रीय शहीदों और उनके परिवारों का सम्मान करता है। मेरे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि आज मुझे शहीद भाई सतवंत सिंह जी, शहीद भाई बेअंत सिंह जी, शहीद भाई केहर सिंह जी और बीबी सुरिंदर कौर जी की याद में बने गुरुद्वारा यादगार -ए-शहीदा में मत्था टेकने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर शहीद भाई सतवंत सिंह जी के परिवार ने जो सम्मान दिया है, उसका मैं सदैव ऋणी रहूंगा। मैं भाई साहब की पूज्य माता बीबी प्यार कौर जी द्वारा दिए गए आशीर्वाद को अपने लिए आशीर्वाद के रूप में स्वीकार करता हूं। इस मौके पर भाई साहब और उनकी धर्मपत्नी बीबी सुरिंदर कौर जी से जुड़ी निशानियां-कपड़े, कंघे, केस, हाथ की लिखावट, आखिरी टूथ पेस्ट, उनके शरीर में लगी गोली जिसे सरकार ने जानबूझकर नहीं हटाया और जिसे बाद में भाई सतवंत सिंह जी ने खुद के शरीर से खुरच-खुरच कर निकाल ली थी आदि के दर्शन करने का मौका मिला।