हार्ट अटैक के लक्षण इतने गंभीर होते हैं कि कोई भी पहचान लेता है और अस्पताल भाग जाता है। लेकिन मिनी हार्ट अटैक थोड़ा अलग है, जिसके लक्षणों को लोग पेट गैस या गलत खानपान की दिक्कत समझ लेते हैं। मगर यह गलती हद से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है और जान का जोखिम भी हो सकता है।
बड़े हार्ट अटैक की शुरु आत है ये लक्षण: मिनी हार्ट अटैक को मैडिकल भाषा में नॉन-एसटी एलिवेशन मायोकार्डियल इंर्फाक्शन कहा जाता है। यह तब होता है, जब दिल को खून पहुंचाने वाली धमनी आधी ब्लॉक हो जाती है। इसका मतलब है कि अगर आप ने सही कदम नहीं उठाया तो नस पूरी तरह ब्लॉक हो सकती है और बड़ा हृदयघात आ सकता है।
10 मिनट से ज्यादा महसूस होता है ऐसा : रिसर्च के मुताबिक, मिनी हार्ट अटैक के कारण हो रहा दर्द आमतौर पर 10 मिनट से ज्यादा रहता है। यह दर्द बढ़कर हाथ, गर्दन और जबड़े में जा सकता है और साथ में जी मिचलाना, थकान, पसीना आ सकता है। लेकिन यह लक्षण काफी हल्के होते हैं, जिसे लोग आम समस्या समझ लेते हैं।
तुरंत करें ये काम: अगर आपको मिनी हार्ट अटैक के ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत नजदीकी क्लीनिक या अस्पताल जाकर ईसीजी करवा लें। ईसीजी से यह तुरंत साफ हो जाएगा कि आपको मिनी हार्ट अटैक आया है या नहीं? इसके बाद जरूरी इलाज दिया जाएगा।
ईसीजी में होता है ऐसा अंतर: हैल्थलाइन के मुताबिक, ईसीजी से छोटे हार्ट अटैक का साफ पता लग जाता है। इसमें २३ या ळ-वेब नीचे की तरफ झुकी होती है। वहीं, क्यू वेब में कोई प्रोग्रेशन नहीं होता। जबकि बड़े हार्ट अटैक में एसटी-वेब ऊंची और क्यू-वेब में प्रोग्रेशन होता है।
इन लोगों को है ज्यादा खतरा: अगर आप धूम्रपान करते हैं, शारीरिक गतिविधि नहीं करते, हाई बीपी या कोलेस्ट्रॉल है, डायिबटीज है, मोटापा है या परिवार में हार्ट अटैक का इतिहास है, तो आपको इस बीमारी का खतरा ज्यादा है।