विज्ञापन

दुल्हन की मौसियों ने पेश की मिसाल, कोई मामा न होने पर भरा भात, निभाए सभी रीति-रिवाज़ 

पानीपत: पुरुष प्रधान समाज में कई किती रिवाज सिर्फ पुरुष ही पुरे करते आ रहे हैं , लेकिन अब परम्पराओं को स्र्किनार कर महिलाएं भी इन्हें निभा रहे हैं। हरियाणा के जिला पानीपत के गांव धनसौली में इसकी मिसाल देखने को मिली, जहां दुल्हन की दो मौसियों ने भात भरकर रीत निभाई।  इस पल के.

- विज्ञापन -

पानीपत: पुरुष प्रधान समाज में कई किती रिवाज सिर्फ पुरुष ही पुरे करते आ रहे हैं , लेकिन अब परम्पराओं को स्र्किनार कर महिलाएं भी इन्हें निभा रहे हैं। हरियाणा के जिला पानीपत के गांव धनसौली में इसकी मिसाल देखने को मिली, जहां दुल्हन की दो मौसियों ने भात भरकर रीत निभाई।  इस पल के साक्षी ग्रामीण बने। भांजी की शादी में जींद के बुढ़ाखेड़ा गांव की रहने वाली इन दो बहनों ने भातियों का खास तरीके से स्वागत किया गया।

सोनीपत के गांव खेड़ी मनाजात से बारात लेकर दुल्हा धनसौली निवासी सुरेंद्र और उनकी पत्नी सरोज की बेटी खुशबू से शादी करने पहुंचा। दुल्हन का ननिहाल जींद के बुढ़ाखेड़ा में है, जहां खानपुर मेडिकल कॉलेज की डॉ. सिमरन व गगनदीप उनकी चचेरी मौसियां हैं। परिवार में कोई सगा भाई नहीं है। यह परिवार का पहला भात है। भाई की कमी महसूस न हो, इसलिए सिमरन और गगनदीप भात भरने पहुंची और विधिवत रूप से भात भरा।

- विज्ञापन -

Latest News