किसान को हल चलाते खून से लथपथ मिली थीं यहां पर शिव-पार्वती की मूर्तियां

पालमपुर : उपमंडल पालमपुर के अंतर्गत आते अक्षैणा महादेव मंदिर में कई वर्षों से विशाल मेला यहां पर आयोजित किया जाता है। जो हर वर्ष नए रूप में फल फूल रहा है। गौरतलब है कि वर्षों पूर्व कुरल के एक किसान को हल जोतते समय खेतों में खून से सनी शिव पार्वती की मूर्तियां मिली.

पालमपुर : उपमंडल पालमपुर के अंतर्गत आते अक्षैणा महादेव मंदिर में कई वर्षों से विशाल मेला यहां पर आयोजित किया जाता है। जो हर वर्ष नए रूप में फल फूल रहा है। गौरतलब है कि वर्षों पूर्व कुरल के एक किसान को हल जोतते समय खेतों में खून से सनी शिव पार्वती की मूर्तियां मिली थीं, जिन पर आज भी हल के निशान देखे जा सकते हैं। इन मूर्तियों को बड़े बड़े धार्मिक गुरूओं तथा ज्योतिशियों के राय के बाद अक्षैणा महादेव में मिटटी का मंदिर बनकार इसमें स्थापित किया गया था। जहां पर पहले भूत प्रेतों का वास था। लेकिन भगवान शिव पार्वती की मूर्तियों केवहां स्थापना के बाद कई साधु संत तथा महात्मा यहां पर रहने लगे।

मंदिर परिसर के चारों ओर रेखा खींचने के बाद यहां पर पवित्न धार्मिक स्थान के नाम से जाना जाने लगा। पहले जो यहां पर मिटटी का मंदिर बनाया गया था बाद में उसे पक्का बना दिया गया। तभी परमार वशंजों ने इस मंदिर की देखरेख का कार्यभार संभाला आज यहां पर पूरे प्रदेश से श्रद्घालु आते हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2003 में भी भाजपा सरकार के समय में तत्कालिक विधायक विपिन परमार ने जिला स्तरीय मेले के रूप में आयोजित करने की घोषणा की थी। लेकिन भाजपा सरकार इसे पूरी नही कर पाई । पूर्व में कांग्रेस सरकार के अंतिम साल में प्रदेश शहरी निकाय मंत्नी सुधीर शर्मा तथा सीपीएस ने इस मेले को जिला स्तरीय दर्ज़ा दिलवाने की घोषणा की थी। जिस पर 18 फरवरी 2017 को प्रदेश सरकार ने इस मेले को राज्य स्तरीय दर्ज़ा देने की अधिसूचना जारी की।

18 से 20 फरवरी तक आयोजित होगा जिलास्तरीय शिवरात्रि मेला

पालमपुर। इस वर्ष भी गौरी शंकर मिन्दर, अक्षैणा ननाओं जिला में स्तरीय महाशिवरात्नी महोत्सव 18 फरवरी से 20 फरवरी तक बड़े मनाया जा रहा है। मेला कमेटी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला स्तरीय मेले का शुभारम्भ श्री देवपाल परमार जी सदस्य मिन्दर कमेटी अक्षैणा (ननाओं) द्वारा 18 फरवरी को 11 बजे किया जायेगा। मेले का समापन 20 फरवरी को सांय 3:00 बजे होगा। जिसमें विधायक सुलह विपिन सिंह परमार मुख्यतिथि होंगे। मेले में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनियां लगाई जायेंगी। लोक प्रथम पुरस्कार 13000, उप विजेता को 8000 जबकि कबड्डी में विजेता को 11 हज़ार जबकि उपविजेता को 5000 का नगद इनाम व स्मृतिचिन्ह से सम्मानित किया जाएगा। सभी खेलों के लिए एंट्री फीस 17 फरवरी को शाम 5 बजे तक ली जायेगी । खिलाड़ियाँ एवं अतिथियों के लिए खाने की व्यवस्था भी है।

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