आजकल हर कोई शिक्षा के प्रति जागरुक रहता है और शिक्षा का महत्व समझता है।देश की सरकार शिक्षा के विकास को लेकर लोगों को जागरुक करने में लगी है। लेकिन यहाँ शिक्षा का विकास तो हो गया है पर अभी भी कुछ जगह ऐसी हैं जहाँ कि परंपरा नहीं बदली। लोग पड़े लिखे होकर भी अपने यहां कि परंपरा को न भूले।
वो अभी भी पहले वाली पुरानी परंपरा को निभा रहें है। जयादातर परंम्पराएं औरतों के लिए होती है जिन्हें वे खुशी-खुशी निभाते भी है। कुछ प्रथा तो बेहद अच्छी होती है लेकिन कुछ प्रथा तो एसी होती है जिन्हें निभाना औरतो के लिए बड़ा ही कठिन हो जाता है। आज हम आपको एसी प्रथा के बारे में बताएंगे जो आपको हैरान कर देगी। हम जिस प्रथा की बात कर रहे हैं इस में यदि घर का मुखिया की मौत हो जाती है तो महिलाऐं अपने शरीर का कोई अंग काट लेती हैं। जी हाँ, ये बड़ी दर्दनाक प्रथा है। आइए जानते है इस परंपरा के बारे में विस्तार से-
यह परंपरा ऐसी है जहाँ अगर घर के मुखिया की मौत हो जाती है तो उसकी सजा महिलाओं को जिंदगी भर भुगतनी पड़ती हैं। इंडोनेशिया के पापुआ गिनी द्वीप पर रहने वाली दानी जनजाति के लोग दुनिया की सबसे दर्दनाक और क्रूर परंपरा निभाने के लिए मशहूर हैं। इस परंपरा के अनुसार दानी जनजाति में परिवार के मुखिया की मौत का शोक जताने के लिए परिवार की महिलाओं के दोनों हाथों की कुछ उंगलियां काट दी जाती है।
उनका मानना है के इस से मरने वाले की आत्मा को शांति मिलती है। लेकिन इस दौरान महिलाओं के साथ जो होता था वो किसी की भी रूह को कंपा दे। उंगली काटने से पहले महिलाओं की उंगलियों को रस्सी से बांध दिया जाता था, ताकि खून का प्रवाह रुक जाए। उसके बाद कुल्हाड़ी से उनकी उंगलियों को काटा जाता था।