शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में कहा कि गग्गल हवाईअड्डे के विस्तार से 14 गांवों के 1446 परिवार प्रभावित होंगे ,जिनके पुनर्वास के लिए उपयुक्त पुनर्वास पैकेज मुहैया कराया जाएगा और क्षतिपूर्ति भी मुहैया करायी जायेगी। सीएम सुक्खू प्रश्नकाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य विपिन सिंह परमार, पवन कुमार काजल, कांग्रेस सदस्य चैतन्य शर्मा और उधीर शर्मा द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले के गग्गल हवाईअड्डे का विस्तार बड़े विमानों को समायोजित करने के लिए किया जा रहा है और तकनीकी-व्यवहार्यता अध्ययन से पता चला है कि अधिक क्षेत्र प्राप्त करके इसका विस्तार किया जा सकता है।
इस उद्देश्य के लिए अधिग्रहीत किए जाने वाले प्रस्तावित 14 गांवों में से 10 गांवों के लोग हवाई अड्डे के लिए अपनी कृषि भूमि देने को तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार गांवों के कई लोग जो अपनी अर्थव्यवस्था और आजीविका को बर्बाद करने के बारे में चिंतित हैं, उनकी चिंता को हल करने के लिए परामर्श किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार किसी भी परिवार को विस्थापित नहीं करना चाहती है और वह प्रभावित परिवारों के लिए पुनर्वास योजना लाएगी। हवाई अड्डों के निर्माण से कोई भी बेघर नहीं होगा।’’ भाजपा सदस्यों ने कहा कि सरकार को प्रभावित परिवारों को उचित समाधान देना चाहिए और प्रभावित लोगों के विस्थापन को कम करने के लिए हवाई अड्डा विस्तार योजना में बदलाव करना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि गग्गल हवाईअड्डे के विस्तार के लिए सरकार को बाजार लागत में फैक्टर दो पर मुआवजा देना चाहिए। परमार ने कहा कि जय राम ठाकुर सरकार के दौरान भूमि अधिग्रहण के लिए 1500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था, जिसमें से 1000 करोड़ रुपये मंडी में भूमि अधिग्रहण के लिए और 500 करोड़ रुपये गग्गल हवाई अड्डे के लिए आवंटित किए गए थे। भाजपा सदस्यों ने कहा कि सरकार को हवाई अड्डे के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘राज्य सरकार चाहती है कि बड़े विमानों को समायोजित करने के लिए दोनों हवाईअड्डों का जल्द निर्माण किया जाए। पिछली सरकारों ने हवाई परिवहन और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में हवाई अड्डों का विस्तार करने की कोशिश की लेकिन दुर्भाग्य से पांच साल में बड़े हवाई अड्डा काम पूरा नहीं कर सका। मेरी सरकार हवाईअड्डे के विस्तार के लिए सभी जरुरी प्रक्रिया को पूरा करने का प्रयास करेगी, जिसके लिए विपक्षी सदस्य भी सरकार की मदद करें।’’ उन्होंने कहा कि कुछ लोग पर्याप्त मुआवजे की मांग कर रहे हैं और अन्य लोग मुआवजे के साथ-साथ अपने पुनर्वास के लिए जमीन भी चाहते हैं। हवाई अड्डे के निर्माण से पहले प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए उचित पैकेज दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर एक पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए सदस्य से पूछा कि क्या वह हवाई अड्डे के विस्तार में रुचि रखते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने मंडी के लिए 1000 करोड़ रुपये और गग्गल हवाई अड्डे के लिए 500 करोड़ रुपये की घोषणा की थी लेकिन केंद्र द्वारा जमीन अधिग्रहण के लिए अब तक पैसा जारी नहीं किया गया था। सुक्खू ने कहा कि एयरपोर्ट के अधिग्रहण की आधिकारिक प्रक्रिया पिछली सरकार ने नहीं की, हालाँकि हाल ही में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार ने न केवल भूमि अधिग्रहण के सरकारी कार्यों को पूरा किया बल्कि सामाजिक आर्थिक प्रभाव का आकलन भी किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ग्रीन फील्ड मंडी की एसईआईए कराई।