नई दिल्ली: सरकारी क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) लिमिटेड ने बोकारो के अपने कोल बेड मीथेन ब्लॉक में 440 करोड़ रुपये की पहली गैस कले¨क्टग स्टेशन (गैस संग्रहण सुविधा) चालू कर दी है। कंपनी की ओर से मंगलावार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार यह उसके बोकारो सीबीएम ब्लॉक में पहला गैस संग्रहण सह गैस कंप्रेसन (संपीड़न) केंद्र है और यह देश के लिए सीएमबी कारोबार क्षेत्र की एक बड़ी उपलब्धि है।
बोकारो सीएमबी ब्लाक की परिचायक कंपनी ओएनजीसी के साथ इंडियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) 20 प्रतिशत की हिस्सेदार है। वहां पहली गैस संग्रहण सुविधा फिलहाल कोयला ब्लाक से मीथेन गैस निकालने के लिए बनाए गए 55 कुंओं से पाइप के जरिए जुड़ी। बोकारो सीबीएम गैस संग्रह सुविधा (जीसीएस-बोकारो) वहां कोयला खान की मीथेन गैस के वाणिज्यिक उत्पादन की एक बड़ी सुविधा है। इस गैस संग्रहण केंद्र का निर्माण टाटा प्रोजक्ट्स लिमिटेड और कॉटेक इंटरनेशनल प्रा. लिमिटेड ने ओइएस, दिल्ली से मिले ठेके पर किया है। इस केंद्र में हर दिन दस लाख घन मीटर गैस संसोधित की करने और इस दौरान उत्पादित 750 घन मीटर पानी संभालने की क्षमता है।
जीसीएस-बोकारो की गैस को ऊर्जा गंगा पाइपलाइन से भेजने के लिए गेल के साथ एक समझौता किया गया है। कंपनी के अनुसार इस ब्लाक से सीएमबी गैस की बिक्री के लिए पांच ग्राहकों के साथ गैस बिक्री समझौते (जीएसए) पर हस्ताक्षर किए गए हैं और यह गैस ब्रेंट क्रूड से जुड़ी 14 डालर प्रति इकाई (एमएमबीटीयू) की दर से 7.1 डॉलर के प्रीमियम पर बिकेगी ।