देश में कई ऐसे मशहूर ब्यूटीशियन और हेयर डिजाइनर हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक मामूली इंसान की तरह की लेकिन अपनी लगन और मेहनत के बल पर भारी शोहरत और दौलत कमाई। यदि आप दुनिया से अलग हटकर कुछ करना चाहते हैं। खुद को अलग दिखाना चाहते हैं, साथ ही दूसरों की भी अलग पहचान बनाना चाहते हैं तो कुछ हटकर कीजिए। जी हां, कॉस्मैटिक विशेषज्ञ बनिए और पहचान-प्रतिष्ठा पाइए। इसे आम बोलचाल की भाषा में ब्यूटीशियन भी कहा जाता है। एक सौंदर्य विशेषज्ञ का काम लोगों की सुंदरता को निखारना होता है। जाहिर है इसकी कीमत चाहे जितनी मिले, कम ही लगती है। देश में कई ऐसे मशहूर ब्यूटीशियन और हेयर डिजाइनर हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक मामूली इंसान की तरह की लेकिन अपनी लगन और मेहनत के बल पर भारी शोहरत और दौलत कमाई।
इनमें शहनाज हुसैन, जावेद हबीब, ब्लोसम कोचर, वंदना लूथरा और अंबिका पिल्लै जैसी हस्तियों को कौन नहीं जानता। इनके अलावा भी कई ऐसे सौंदर्य विशेषज्ञ हैं जो एक मामूली दुकान से बड़ी कंपनी खड़ा करने में कामयाब रहे। इस कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो आने वाले दिनों में इस व्यवसाय में भारी फायदा होने वाला है। शहनाज हुसैन को भारतीय सौंदर्य व्यवसाय का संस्थापक माना जाता है। उन्होंने 1977 में सबसे पहले ब्यूटीशियन पाठ्यक्रम की शुरुआत की और वूमैन वल्र्ड इंटरनैशनल स्कूल खोला। एक कॉस्मैटिक विशेषज्ञ को सौंदर्य कला में निपुण और कुशल होना जरूरी है क्योंकि उसका काम चेहरे को नया लुक देने के साथ-साथ उसे स्वस्थ रखने का तरीका भी बताना होता है। इसके अलावा बाल, बॉडी-फिगर, डाइट, हेयर स्टाइल, मेकअप, हेयर रिमूवल, ऐनिक्योर, पैडिक्योर और मसाज करना होता है।
ब्यूटीशियन कोर्स में दाखिले के लिए अभ्यर्थी को कम से कम इंटरमीडिएट पास होना जरूरी है। इसके अलावा अभ्यर्थी में वह हर गुण होना जरूरी है जो एक व्यवसायी में होता है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो भारत में अभी धीरे-धीरे फल-फूल रहा है। लिहाजा बाजार में हर रोज सौंदर्य-प्रसाधन का एक नया उत्पाद लांच किया जा रहा है। ऐसे में अभ्यर्थी में अच्छे प्रोडक्ट का चुनाव करने की क्षमता के अलावा कलर सेंस भी होना चाहिए। कॉस्मैटिक पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थी को हेयर स्टाइल, बाल कटिंग, पर्मिंग, कलरिंग, ब्लीचिंग, हेयर ड्रैसिंग और स्टाइलिंग, त्वचा केयर, फैसियल, मेनिक्योर, पैडिक्योर और चेहरे, हाथ, पैर, गर्दन और बांह के मसाज के बारे में बताया जाता है।
इसके अलावा ट्रेनिंग के दौरान अभ्यर्थी को इलेक्ट्रॉनिक औजारों को चलाना, रासायनिक पदार्थों के इस्तेमाल और उनके त्वचा पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया जाता है। इसके साथ ही बेजान हो चुके बालों और त्वचा के उपचार के बारे में बताया जाता है। सफलतापूर्वक पाठ्यक्रम पूरा करने वाले अभ्यर्थी कभी खाली नहीं बैठते। उन्हें सैलून, स्कूल, टीवी चैनलों, ब्यूटी पार्लरों, हैल्थ क्लब, ब्यूटी सलाहकार, ब्यूटी थैरेपिस्ट, मीडिया हाऊस में काम मिल जाता है। इसका डिप्लोमा, सर्टीफिकेट कोर्स और एडवांस डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध है। ज्यादा जानकारी के लिए इन संस्थानों से संपर्ककर सकते हैं
– पिवोट प्वाइंट इंडिया, जे. ब्लॉक, कैलाश कालोनी, नई दिल्ली।
– हबीब हेयर अकादमी, साऊथ एक्सटैंशन-2, नई दिल्ली।
– शहनाज हुसैन वूमैन वल्र्ड इंटरनैशनल, ग्रेटर कैलाश-1 नई दिल्ली।
– वीएलसीसी अकादमी ऑफ ब्यूटी एंड हेयर, शालीमार बाग, दिल्ली।
– वाईडब्लूसीए, अशोक रोड, नई दिल्ली।
– साऊथ दिल्ली पॉलिटैक्नीक फार वूमैन, लाजपत नगर, नई दिल्ली।