नयी दिल्ली: म्यूचुअल फंड उद्योग में सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के माध्यम से निवेश वित्त वर्ष 2022-23 में 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1.56 लाख करोड़ रुपये हो गया। इससे पता चलता है कि बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद एसआईपी पर खुदरा निवेशकों का भरोसा बना हुआ है।एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में एसआईपी के माध्यम से 1.24 लाख करोड़ रुपये जबकि 2020-21 में 96,080 करोड़ रुपये जुटाए गए।
म्यूचुअल फंड में एसआईपी के माध्यम से संग्रह पिछले सात वर्ष में तीन गुना हो गया है। वित्त वर्ष 2016-17 में यह 43,921 करोड़ रुपये था।इसके साथ ही मासिक आधार पर एसआईपी में प्रवाह मार्च, 2022 के 12,328 करोड़ रुपये से मार्च, 2023 में 14,276 करोड़ रुपये के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया। यह 16 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। वित्त वर्ष के दौरान मासिक आधार पर औसतन एसआईपी प्रवाह करीब 13,000 करोड़ रुपये रहा।