मुंबई: फिल्म निर्माता यश चोपड़ा की धर्मपत्नी एवं जानीमानी पार्श्व गायिका पामेला चोपड़ा का निधन हो गया। वह 74 वर्ष की थीं। पारिवारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बॉलीवुड के एक सूत्र ने बताया कि दिवंगत चोपड़ा की पत्नी कुछ सप्ताह से बीमार थीं। उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज सुबह उनका निधन हो गया। वह अपने दो पुत्रों फिल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा (अभिनेत्री रानी मुखर्जी के पति) और अभिनेता-निर्माता उदय चोपड़ा के साथ रहती थीं। उनका अंतिम संस्कार जुहू में किया गया, जिसमें परिवार के सदस्य और बॉलीवुड की कई हस्तियां शामिल हुयीं। परिवार ने ‘गहरे दुख के इस क्षण में निजता के लिए’ अनुरोध किया और प्रार्थनाओं के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
पामेला की शादी वर्ष 1970 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता महान फिल्म निर्माता बी आर चोपड़ा के छोटे भाई यश चोपड़ा से हुई थी। दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता यश चोपड़ा का डेंगू के कारण 80 वर्ष की आयु में अक्टूबर 2012 में मुंबई में निधन हो गया।
शादी के बाद हिंदी और पंजाबी में गाने वाली, पामेला चोपड़ा को कई लोकप्रिय गानों के लिए याद किया जाता है जैसे कि ‘मैं ससुराल नहीं जाऊंगी’ (चांदनी – 1989), लोक गीत ‘बन्नो की आएगी बारात’ (आईना – 1993), ‘घर आजा परदेसी’ (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे – 1995), उदास नंबर ‘सुर्ख जोड़े की ये जगमगाहट’ (कभी कभी – 1976), एक तवायफ गाना ‘ईधर आ सीतामगर’ (सवाल – 1982), एक कव्वाली ‘आशिक हो तो ऐसा हो’ और सोम्ब्रे ‘उसके खेल निराले’ (दोनों, नूरी – 1979), ‘जा रे बहना जा’ (त्रिशूल – 1978)।