शिमला : हिमाचल के पुलिस थानों को चाइल्ड फ्रेंडली बनाने की कवायद चल रही है। पुलिस प्रशासन इस दिशा में आगे बढ़ रहा है कि महिला कर्मियों के बच्चों के लिए पुलिस थानों में ही क्रच खोले जाएंगे, ताकि महिला पुलिस कर्मी डयूटी के दौरान अपने बच्चो को क्रच में रख सकें। क्योंकि अक्सर देखा गया है कि जब महिला पुलिस कर्मी डयूटी पर होती है, तो उनको अपने बच्चें या तो पड़ोसियों के पास रखने पड़ते है या फिर मजबूरन कमरे में बंद करके रखने पड़ते हैं। अब प्रयास किया जा रहा है कि जो नए थाने बनाए जा रहे हैं उनमें क्रच की व्यवस्था भी की जा रही है।
पहले से चल रहे पुलिस थानों में जगह के हिसाब से क्रच बनाने की व्यवस्था तलाशी जा रही है। पुलिस प्रमुख संजय कूंडू की योजना है कि प्रदेश पुलिस में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। पुलिस में हर तीन पुरूष में से एक महिला कर्मचारी होनी चाहिए। चूंकि राज्य पुलिस के हर थानों में कम से कम 6 महिला पुलिस कर्मी होनी चाहिए ताकि वह बच्चों या महिला से संबंधित थाने आने वाली शिकायतों को सुन सके और उसकी जांच कर सके।
पुलिस में ज्यादतर महिला आईओ की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य है, ताकि सही और निष्पक्ष महिलाओं से संबंधित केसों की जांच पड़ताल हो सके। डीजी का कहना है कि कानून के हिसाब से महिला पुलिस कर्मियों की ज्यादा आवश्यकता है। कानून बोलता है कि महिला पुलिस कर्मी ही महिला से संबधित केस में महिला से पुछताछ और उसके ब्यान दर्ज कर सकती है। इसके अलावा बच्चों के केसों में भी पुलिस को महिला के सामने ही ब्यान लेने पड़ते हैं, ऐसे में इन केसों में भी महिला पुलिस कर्मी की ही ब्यान दर्ज करने के लिए जरूरत रहती है।
13 पुलिस जिलों में से 11 पुलिस जिलों में महिला पुलिस थाने खोले
प्रदेश पुलिस ने 13 पुलिस जिलों में में 11 पुलिस जिलो में महिला पुलिस थाने खोले हैं। सूबे में सिर्फ लाहौल-स्पीति और किन्नौर में अभी महिला पुलिस थाने नही है। इन जिलों में महिला के प्रति अपराध न के बराबर है।
1973 में हिमाचल पुलिस में सिर्फ 3 महिला पुलिस कर्मी थी
साल 1973 के वो भी दिन थे जब हिमाचल पुलिस में सिर्फ 3 महिला पुलिस कर्मी थी। आज हिमाचल में महिला पुलिस कर्मियों संख्या करीब 2300 हो गई है और हिमाचल देश भर में 5वें स्थान पर आ गया है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश पुलिस में अब 13.7 फीसदी महिला है। हिमाचल पुलिस में महिलाओं का कोटा 20 से 25 फीसदी कर दिया गया है। आने वाले समय में पुलिस कांस्टेबल भर्ती में महिलाओ की 25 फीसदी कोटा आरक्षित होगा और सब इंस्पैक्टर पद के लिए भर्ती में 33 फीसदी पद पर महिलाओं को ही भर्ती किया जाएगा।