समंदर की लहरों पर सरपट तैरता विशाल क्रूज़ जहाज और उसके डेक पर खड़े होकर सरसराती ठंडी हवा का आनंद लेते हुए समुद्री सफर करने का सपना हरेक पर्यटक का होता है लेकिन अगर क्रूज़ जहाज जब 323.6 मीटर लंबा हो, 24 मंजिल की इमारत जितना ऊंचा हो, एक लाख 35 हजार 500 टन का वज़नी हो, जिसमें मेहमानों के लिए दो हज़ार 125 कमरे हों और कुल पांच हजार से ज्यादा लोगों की सवारी की क्षमता रखता हो तो सफर का रोमांच भी दोगुना हो जाता है। साथ ही इस क्रूज़ जहाज पर जब 5जी मोबाईल का नेटवर्क भी हर पर्यटक को मिले तो पर्यटकों के लिए सहूलियत और भी अधिक बढ़ जाती है। तो आप भी अगले वर्ष यानी 2024 से इस क्रूज़ जहाज का टिकट खरीदने के लिए तैयार हो जाईये क्योंकि इन सभी खूबियों वाले एडोरा मैजिक सिटी क्रूज़ जहाज ने समुदंर में अवतरण कर लिया है।
इस विशालकाय क्रूज़ जहाज का नाम है एडोरा मैजिक सिटी। पिछले दिनों चीन में अपने डॉक को सफलतापूर्वक छोड़ते हुए इस क्रूज़ जहाज ने समंदर के पानी में अवतरण किया। जैसा की नाम से ही विदित है इस क्रूज़ जहाज पर यात्रा करने पर एक जादुई आनंद की अनुभूति होना लाजमी होगा। इस जहाज की खास बात ये है कि ये चीन में ही घरेलू निर्मित विशाल क्रूज़ जहाज है। इतने जटिल निर्माण वाले क्रूज़ जहाज का अपने घर में निर्माण करने का काम अब तक दुनिया के चार देशों ने ही किया था और अब एडोरा मैजिक सिटी बनाकर विशाल और जटिल पानी के जहाजों का निर्माण करने वाला चीन, दुनिया का पांचवां देश बन गया है।
चीन में पानी के जहाज के निर्माण के जटिल कार्य ने अब इंडस्ट्री का रुप ले लिया है और इस विशाल क्रूज जहाज के सफलता के साथ निर्माण और समुद्र में अवतरण को चीन की जहाजरानी इंडस्ट्री में एक मील का पत्थर कहा जा रहा है। इस जहाज को व्यावसायिक ऑपरेशन में इस्तेमाल करने से पहले इस वर्ष दिसंबर तक इसका ट्रायल किया जाएगा और अगले वर्ष से इसे पर्यटकों की सवारी के लिए खोला जाएगा। एडोरा मैजिक सिटी जैसे क्रूज़ जहाज की जटिलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें ढाई करोड़ कलपुर्जे लगाए गए हैं। अगर इसकी तुलना पिछले दिनों अपना व्यावसायिक ऑपरेशन शुरू करने वाला और चीन में ही घरेलू निर्मित हवाई जहाज सी-919 से की जाए, तो इस हवाई जहाज में 50 लाख कलपुर्जे लगाए गए हैं और इस हवाईजहाज से पांच गुना ज्यादा कलपुर्जे क्रूज़ जहाज में फिट किए गए हैं।
वहीं इस क्रूज जहाज की तुलना चीन में सरपट दौड़ने वाली फूशिंग बुलेट ट्रेन से की जाए तो बुलेट ट्रेन जैसे कॉम्पलेक्स व्हीकल से 13 गुना ज्यादा कलपुर्जे चीन में घरेलू निर्मित एडोरा मैजिक सिटी में लगाए गए हैं। माना जाता है कि किसी मशीन में जितने ज्यादा कलपुर्जे होते हैं उसका निर्माण, परिचालन और रखरखाव उतना ही जटिल होता है। ऐसे में इतने मुश्किल कार्य को सफलता के साथ अंजाम देना एक बड़े इंजीनियरिंग कारीगरी और अद्भुत कौशल का परिणाम होता है। इस वर्ष मई 2023 में अपनी पहली व्यावसायिक उड़ान भरने वाले और चीन में बने घरेलू सी-919 हवाई जहाज की महत्ता इसलिए भी है क्योंकि दुनिया में अब तक बोईंग और एयरबस ही इतने विशालकायी और जटिल यात्री हवाई जहाजों का निर्माण कर रही थी। सी-919 दुनिया में यात्री हवाई जहाजों की श्रेणी का ही तीसरा विशाल हवाई जहाज है जो कि व्यावसायिक रुप से निर्मित होगा और बिकेगा भी।
बुलेट ट्रेन, हवाई जहाज और पानी के जहाज तीनों ही आधुनिक मशीनों की दुनिया के हाईएंड प्रोडक्ट माने जाते हैं। इनका डिज़ाइन बनाने से लेकर साकार रुप लेने में कई वर्षों का समय लगता है क्योंकि एक तो ये नायाब इंजीनियरिंग डिज़ाईन की मिसाल होते हैं और दूसरा ये सभी आवागमन के साधन, यात्रियों को लाने-लेजाने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं इसीलिए इसकी सुरक्षा के हर पहलू को गंभीरता से जांचना और मशीन के हर कलपुर्जे की बारिकी को सोच-समझ कर निर्मित करमै ज़रूरी होता है और कई ट्रायल्स के बाद ही इसे यात्रियों के सफर के लिए शुरु किया जाता है। एडोरा मैजिक सिटी जैसे क्रूज़ जहाज को भी आईडिये से लेकर साकार मूर्तरुप लेने में 17 वर्षों का बड़ा समय लगा है। हालांकि अब ये जहाज सभी के सामने तैयार है और अगले वर्ष 2024 से पर्यटनप्रेमी पर्यटक इसका टिकट खरीद सकते हैं।
(रिपोर्टर—विवेक शर्मा)