नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मुनीम मेवाती गिरोह के 29 वर्षीय सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी विशेष रूप से दक्षिण और दक्षिणपूर्व दिल्ली के इलाके में एक ही प्रयास में बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए कुख्यात है। अधिकारियों ने कहा कि आरोपी की पहचान हरियाणा के पलवल जिले के निवासी वसीम के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके कब्जे से 16 चोरी की बाइक भी बरामद की है। अधिकारी ने कहा कि वसीम की गिरफ्तारी से दिल्ली में मोटर वाहन चोरी के 20 मामले सुलझ गए हैं।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि दक्षिण और दक्षिणपूर्व जिलों में आटो चोरी की घटनाओं में वृद्धि के कारण, इन आटो चोरी के खतरे को रोकने के लिए अपराध शाखा के दक्षिणी रेंज को विशेष निर्देश दिए गए थे। रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि अलग-अलग टीमों का गठन किया गया और अपराध स्थलों के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया, जिसमें मुनीम गिरोह की सक्रिय संलिप्तता सामने आई। यह गिरोह चार-पांच के समूह में दिल्ली में दाखिल हुए और एक ही प्रयास में कई वाहन चोरी कर लिए।
इसके अलावा, यह भी पता चला कि गिरोह के सदस्य देर रात शहर में आते थे और सुबह जल्दी लौट जाते थे। सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के दौरान आरोपियों की पहचान वसीम और मुनीम के रूप में हुई। लगातार प्रयासों और तकनीकी निगरानी के बाद, आरोपी वसीम की लोकेशन मेवात के पास के इलाके में पाई गई और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में वसीम ने खुलासा किया कि वह मुनीम और गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर दिल्ली में वाहन चोरी करने के बाद उन्हें मेवात में बेचता था। पिछले एक साल के दौरान उन्होंने दिल्ली और हरियाणा से 500 से ज्यादा बाइक चुराई हैं। अधिकारी ने कहा, आरोपी ने यह भी खुलासा किया कि चोरी की कई बाइक अभी भी मेवात में खड़ी हैं। अधिकारी ने आरोपी की निशानदेही पर मेवात से चोरी की 16 बाइकें बरामद की गई। गिरोह के सरगना मुनीम को पहले ही 70 से अधिक आटो चोरी के मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन अरशद नामक गिरोह का एक सक्रिय सदस्य अभी भी फरार है।