दूसरा राष्ट्रीय युवा तिब्बत शास्त्र संगोष्ठी 26 अगस्त को पश्चिमोत्तर चीन के शैनशी प्रांत की राजधानी शीआन के शैनशी नॉर्मल यूनिवर्सिटी में आयोजित किया गया। पेइचिंग सहित देश के विभिन्न स्थलों से आए 80 से अधिक युवा विद्वानों ने इसमें भाग लिया। चीनी तिब्बत शास्त्र अनुसंधान केंद्र के नेता छन त्सोंगरोंग ने उद्घाटन समारोह में भाषण देते हुए कहा कि तिब्बत शास्त्र चीनी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
संगोष्ठी में उपस्थित युवा प्रतिनिधियों को नए युग में तिब्बत शास्त्र के अनुसंधानकर्ताओं के रूप में अपना नया सांस्कृतिक मिशन निभाना चाहिए। तिब्बत शास्त्र के अनुसंधान को मजबूत करना और इसमें सुधार करना चाहिए, देश में सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देने, सांस्कृतिक शक्तिशाली देश का निर्माण करने के लिए योगदान देना चाहिए।
मौजूदा दो दिवसीय संगोष्ठी का उद्देश्य तिब्बत शास्त्र के क्षेत्र में युवा विद्वानों के बीच संवाद और आदान-प्रदान को मजबूत करना और तिब्बत शास्त्र के नवाचार विकास को बढ़ावा देना है। “नए युग, नई यात्रा, नए तिब्बत” विषय पर केंद्रित इस संगोष्ठी में हाल के वर्षों में तिब्बत शास्त्र के क्षेत्र में युवा तिब्बती विद्वानों के नवीनतम शोध परिणामों का आदान-प्रदान और चर्चा की गई।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)