नई दिल्ली: देश में बिजली खपत इस साल अगस्त में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत से अधिक बढक़र 151.66 अरब यूनिट (बीयू) हो गई। उमस भरे मौसम के दौरान एयर कंडीशनर जैसे उपकरणों के अधिक उपयोग के कारण बिजली की खपत बढ़ी है। बिजली की खपत अगस्त, 2022 में 130.39 अरब यूनिट और अगस्त, 2021 में 127.88 बीयू थी।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त, 2023 में अधिकतम बिजली की मांग (किसी एक दिन में सबसे अधिक बिजली आपूर्ति) बढक़र 236.59 गीगावाट हो गई। यह आंकड़ा अगस्त, 2022 में 195.22 गीगावाट और अगस्त, 2021 में 196.27 गीगावाट था। बिजली मंत्रालय का अनुमान था कि इस साल अगस्त में बिजली की मांग 229 गीगावाट तक पहुंच जाएगी।
इस साल अप्रैल-जुलाई में बेमौसम बारिश के कारण मांग अनुमानित स्तर तक नहीं पहुंच पाई थी। हालांकि, अधिकतम आपूर्ति जून में 223.29 गीगावाट और जुलाई में 208.95 गीगावाट पर रही। उद्योग विशेषज्ञों ने कहा कि देश में व्यापक बारिश के कारण इस साल मार्च, अप्रैल, मई और जून में बिजली की मांग प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि अगस्त में बिजली की खपत के साथ ही मांग में भी वृद्धि हुई है। उमस भरे मौसम और त्योहारी सीजन से पहले औद्योगिक गतिविधियों में तेजी के चलते ऐसा हुआ।