यह किसी का एकल नहीं, बल्कि सभी का सहगान है

चीनी राजधानी पेइचिंग में आयोजित “बेल्ट एंड रोड” शिखर सम्मेलन ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। जिसमें 100 से अधिक देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के नेता या प्रतिनिधि भाग लेने आये हैं। तथ्यों ने साबित कर दिया है कि “बेल्ट एंड रोड” किसी एक देश का नहीं है, बल्कि चीन द्वारा प्रस्तावित एक विकास.

चीनी राजधानी पेइचिंग में आयोजित “बेल्ट एंड रोड” शिखर सम्मेलन ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। जिसमें 100 से अधिक देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के नेता या प्रतिनिधि भाग लेने आये हैं। तथ्यों ने साबित कर दिया है कि “बेल्ट एंड रोड” किसी एक देश का नहीं है, बल्कि चीन द्वारा प्रस्तावित एक विकास योजना है जिसमें सभी देशों की स्वैच्छिक आधार पर भागीदारी है। बेल्ट एंड रोड दुनिया भर में शांति और समृद्धि के लिए एक पहल है।

आज तक, 150 से अधिक देश बेल्ट एंड रोड पहल में शामिल हो चुके हैं, जो बेल्ट एंड रोड पहल में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के गर्मजोशी से स्वागत और विश्वास को दर्शाता है। हाल के वर्षों में, दुनिया की वैज्ञानिक और तकनीकी क्रांति तेजी से आगे बढ़ी है, लेकिन जो समस्या पैदा हुई है वह यह है कि विकसित और विकासशील देशों के बीच अंतर बढ़ रहा है। कुछ विकासशील देशों ने स्वतंत्र विकास करने की अपनी क्षमता खो दी है और वे आधुनिकीकरण से और भी दूर हो गये हैं। बढ़ती आर्थिक खाई विश्व शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है। उधर “बेल्ट एंड रोड पहल” दुनिया के संतुलित विकास को बढ़ावा देने और सभी मानव जाति को खुलेपन, समावेशिता और जीत-जीत परिणामों की ओर ले जाने के लिए है। यह अवधारणा सतत विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र के 2030 एजेंडा के साथ भी सुसंगत है।

बेल्ट एंड रोड पहल के तहत बड़ी संख्या में परिणाम प्राप्त किए गये हैं। उदाहरण के लिए, 350 किलोमीटर प्रति घंटे की गति वाली जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे, चीन-बांग्लादेश मैत्री पुल, अफ्रीका में निर्मित मोम्बासा-नैरोबी रेलवे और अदीस अबाबा-जिबूती रेलवे, ग्रीस में पीरियस बंदरगाह, पाकिस्तान में ग्वादर बंदरगाह और श्रीलंका में हंबनटोटा बंदरगाह आदि सभी महत्वपूर्ण विकास मुद्दे बन गए हैं जो स्थानीय अर्थव्यवस्था और लोगों की भलाई को बढ़ावा देते हैं। जून 2023 के अंत तक, “सिल्क रोड मैरीटाइम” मार्ग दुनिया भर के 43 देशों में 117 बंदरगाहों तक पहुंच गए हैं। चीन-यूरोप ट्रेनें यूरोप के 25 देशों के 200 से अधिक शहरों तक पहुंचती हैं, और 86 ऑपरेटिंग लाइनों का रसद और वितरण नेटवर्क यूरेशियन महाद्वीप को कवर करता है। जून 2023 के जून तक, चीन-यूरोप ट्रेनों ने कुल 74,000 ट्रेनों का संचालन किया है, लगभग 7 मिलियन टीईयू माल का परिवहन लमाप्त किया है, जिनका कुल मूल्य 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है।

अगस्त 2023 तक, चीन ने 28 देशों और क्षेत्रों के साथ 21 मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) दुनिया में सबसे बड़ी आबादी वाला मुक्त व्यापार क्षेत्र है। जून 2023 तक, चीन द्वारा वित्त पोषित सिल्क रोड फंड ने कुल 75 निवेश परियोजनाओं पर हस्ताक्षर किए हैं। एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के 106 सदस्य हो चुके हैं और इसने 43.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के कुल निवेश के साथ 227 निवेश परियोजनाओं को मंजूरी दी है। परियोजनाओं में परिवहन, ऊर्जा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्र शामिल हैं। कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के शोध से पता चला है कि सभी “बेल्ट एंड रोड” परियोजनाओं का उद्देश्य मेजबान देशों में आर्थिक विकास और लोगों की आजीविका में सुधार करना है, और वे भू-राजनीतिक तर्क के बजाय आर्थिक तर्क का पालन करते हैं।

पिछले 10 वर्षों में, बेल्ट एंड रोड पहल ने विकासमान देशों में रेलवे, राजमार्ग, शिपिंग, पाइपलाइन, ऊर्जा, संचार और बुनियादी सार्वजनिक सेवा बुनियादी ढांचे के निर्माण को काफी बढ़ावा दिया है। विश्व बैंक का अनुमान है कि 2030 तक, “बेल्ट एंड रोड” के निवेश से 7.6 मिलियन लोगों को अत्यधिक गरीबी से, 32 मिलियन लोगों को मध्यम गरीबी से बाहर निकालने और वैश्विक आय में 0.7%-2.9% की वृद्धि होने की उम्मीद है। पिछले 10 वर्षों में, चीन ने 150 से अधिक देशों और 30 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ बेल्ट एंड रोड पहल की दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं। कई देशों की भागीदारी बेल्ट एंड रोड पहल के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समर्थन को दर्शाती है। 

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) 

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