पंचायत समिति के पैसे को ब्लॉक कांग्रेस के नाम से राहत कोष में देना हास्यप्रद : रणवीर निक्का

नूरपुर (पंकज कौशल) : पंचायत समिति के पैसों को ब्लॉक कांग्रेस के नाम से राहत कोष पर देने के वाक्य को विधायक रणवीर सिंह निक्का ने हास्यप्रद बताया। यह बात उन्होंने पंचायत समिति की बैठक के दौरान कही।पंचायत समिति नूरपुर की बैठक मंगलवार को चेयरमैन कुसुम देवी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विधायक रणवीर.

नूरपुर (पंकज कौशल) : पंचायत समिति के पैसों को ब्लॉक कांग्रेस के नाम से राहत कोष पर देने के वाक्य को विधायक रणवीर सिंह निक्का ने हास्यप्रद बताया। यह बात उन्होंने पंचायत समिति की बैठक के दौरान कही।पंचायत समिति नूरपुर की बैठक मंगलवार को चेयरमैन कुसुम देवी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विधायक रणवीर सिंह निक्का, खंड विकास अधिकारी सुषमा धीमान व पंचायत समिति के उपाध्यक्ष रशपाल सिंह पठानिया सहित पंचायत समिति के सदस्य मौजूद रहे। बैठक में पंचायत समिति सदस्यों ने पूर्व विधायक अजय महाजन द्वारा समिति के 11 लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देने के लिए कड़ा एतराज जताया।

बैठक को संबोधित करते हुए विधायक रणवीर सिंह निक्का ने कहा कि यह मामला दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो आपदा आई है उसे लेकर हर कोई अपनी तरफ से राहत कोष में अपना योगदान दे रहा है लेकिन जिस प्रकार पूर्व विधायक अजय महाजन ने पंचायत समिति के पैसे को ब्लॉक कांग्रेस के नाम से मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया वो हास्यप्रद है और राजनीतिक अपरिपक्वता को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि बेहतर होता अगर पूर्व विधायक पंचायत समिति सदस्यों को भी अपने साथ ले जाते और ब्लॉक कांग्रेस नूरपुर के स्थान पर पंचायत समिति सदस्यों के नाम से इस 11 लाख रुपए के राहत राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में देते।

बैठक को संबोधित करते हुए पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन रशपाल पठानिया ने कहा कि पूर्व विधायक ने पंचायत समिति सदस्यों को विश्वास में न लेते हुए ब्लॉक समिति की राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में भेंट कर दी ,उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष में राहत धन राशि देने से पंचायत समिति को यह एतराज इस मामले पर है कि उन्होंने समिति सदस्यों को विश्वास में ही नहीं लिया और अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर मे 11 लाख का चेक मुख्यमंत्री को ब्लॉक कांग्रेस के नाम से भेंट कर दिया।उनकी आपत्ति है कि यह राहत राशि ब्लॉक कांग्रेस के नाम की बजाए पंचायत समिति के नाम से जानी चाहिए थी।

- विज्ञापन -

Latest News