करवा चौथ के इन नियमों का करें खास पालन, जानिए क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त और चांद निकलने का समय

इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर दिन बुधवार को आ रहा है। इस दिन सुहागिन महिलाएं 16 सिंगार करती है और निर्जला व्रत रखती है। करवा चौथ व्रत सुहागिनों के लिए बहुत खास होता है। इस दिन विवाहित महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती और कार्तिकेय के साथ भगवान गणेश की पूजा भी करती.

इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर दिन बुधवार को आ रहा है। इस दिन सुहागिन महिलाएं 16 सिंगार करती है और निर्जला व्रत रखती है। करवा चौथ व्रत सुहागिनों के लिए बहुत खास होता है। इस दिन विवाहित महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती और कार्तिकेय के साथ भगवान गणेश की पूजा भी करती हैं। करवा चौथ का व्रत कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। करवा चौथ को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस व्रत को रखने से पति की उम्र लंबी होती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है। आइए जानते है इस व्रत की विधि और और पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में:

यहां जानिए करवा चौथ व्रत का सही विधान
सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करें, इसके बाद घर मैं मंदिर की साफ- सफाई कर दीपक जलाएं। इसके साथ ही देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना करें। फिर निर्जला व्रत का आप संकल्प लें। इस पावन दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है। आप सबसे पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा करें। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। माता पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करें। करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है। चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखें। इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है।

व्रत में इन बातों का रखें ध्यान
शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को सफेद रंग के वस्त्र धारण नहीं करना है, सफेद रंग सौम्यता व शांति का प्रतीक होता है, लेकिन करवा चौथ व्रत में इस रंग के वस्त्र धारण करने से आपको बचना होगा। इसके साथ ही करवा चौथ व्रत में काले रंग के वस्त्र भी धारण नहीं करना है। हिंदू धर्म में शुभ कार्य के दौरान काला रंग पहनने की मनाही होती है उसे असुभ माना जाता है। सुहागिनों को मान्यता के अनुसार सिर्फ मंगलसूत्र के अलावा काले दाने के अलावा किसीका प्रयोग नहीं करना चाहिए।

करवा चौथ पूजा और शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य के अनुसार चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर को रात 09:30पर प्रारंभ होगी और 01 नवंबर को रात 09:19 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि मान्य अनुसार करवा चौथ व्रत 01 नवंबर को रखा जाएगा। करवा चौथ पूजा मुहूर्त 01 नवंबर को शाम को सूरज ढलने के बाद से प्रारंभ होगा एवं शाम चाँद निकलने से पहले 8:00तक रहेगा। पूजा करने का सबसे उचित समय संध्या कासमय होता है जो की सूर्यास्त के बाद शुरू होता है। करवा चौथ व्रत का समय सुबह 06:30से शाम 08:10तक है। करवा चौथ के दिन चंद्रोदय रात 08:10पर होगा।

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