दिवाली खुशियों का त्योहार है। जिसका इंतज़ार सभी को रहता है। इस बार दिवाली का पर्व 12 नवंबर दिन रविवार को आ रहा है। इस दिन माता लक्ष्मी जी के साथ भगवान गणेश जी की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। इसी के साथ आपको बताते चले की दीपावली की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। दीपावली को लेकर कई तरह की मान्यताएं भी सुनने को मिलती है। इस दिन बहुत से लोग अपने घर को होली और लाइट्स के साथ सजाते है। माना जाता है कि इस दिन रंगोली बनाना बेहद शुभ माना जाता है। दिवाली के दिन माता लक्ष्मी जी की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। माता लक्ष्मी जी को धन की देवी माना जाता है।
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
दुर्गा रूप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
।।ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
।।ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥