बेंगलुरु: भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का मानना ??है कि मध्यक्रम के बल्लेबाज रिंकू सिंह की अगले साल होने वाले पुरुष टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने की संभावनाएं उज्ज्वल दिख रही हैं, हालांकि साथ ही प्लेइंग इलेवन में जगह के लिए फिनिशर के सामने कई चुनौतियां भी हैं।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टी20 श्रृंखला में, रिंकू पारी के अंत में अपनी तेज फिनिशिंग के माध्यम से भारतीय टीम में फिनिशर के रूप में पूर्णकालिक पद के लिए अपना दावा मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने विशाखापत्तनम में 14 गेंदों पर नाबाद 22 रन बनाकर 209 रन के लक्ष्य का अंत किया।
तिरुवनंतपुरम में उन्होंने फिर से नौ गेंदों पर नाबाद 31 रन बनाए और रायपुर में 29 गेंदों पर 46 रन की आकर्षक पारी खेली। सिर की स्थिर स्थिति और अंदर से शांति के साथ, रिंकू एक फिनिशर के रूप में अपने कौशल का प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं, यह भूमिका वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए और घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश के लिए अच्छी तरह से निभाते हैं।
‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि रिंकू सिंह भारत की टी20 विश्व कप टीम में शामिल होने के दावेदार हैं। लेकिन विश्व कप अभी भी दूर है और जिस स्थान के लिए वह लड़ रहे हैं, उसमें कई चुनौती हैं। आप जितेश शर्मा (विकेटकीपर बल्लेबाज) को देख सकते हैं और तिलक वर्मा। हमें उन पदों पर चर्चा करनी होगी जहां श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव और हार्दकि पांड्या खेलेंगे।’
नेहरा ने रविवार शाम एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने वाले पांचवें टी20 मैच से पहले जियोसिनेमा पर कहा, ‘‘इसलिए, हमें यह देखना होगा कि 15 सदस्यीय टीम में कितने स्थान उपलब्ध हैं। लेकिन एक बात तो पक्की है कि उन्होंने सबकी आंखें खोल दी हैं और सबको दबाव में डाल दिया है. लेकिन अभी भी काफी समय बाकी है। आईपीएल के बाद दक्षिण अफ्रीका का दौरा होने वाला है।’
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत के तेज गेंदबाज सीरीज में कुछ ज्यादा ही रन लुटा रहे हैं, नेहरा ने बताया कि मेजबान टीम पहली पसंद के खिलाड़ियों को आराम देकर दूसरों को मौका दे रही है और टीम के लिए बड़ा सकारात्मक होने का श्रेय तेज गेंदबाज मुकेश कुमार को दिया।
‘पहले तीन मैचों की परिस्थितियां अलग थीं और बहुत सारे गेंदबाज बदल गए हैं। आपके अनुभवी गेंदबाजों जैसे मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को आराम दिया गया है।‘
‘‘यदि आप आवेश खान और मुकेश कुमार की बात करते हैं, तो उन्हें अभी-अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से परिचित कराया गया है। और फिर हमने देखा कि पहले तीन मैचों में 200 से अधिक रन बने। इसलिए, ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारतीय गेंदबाजों ने ही रन लुटाए, बल्कि आॅस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने भी खूब रन लुटाए हैं।’
उन्होंने निष्कर्ष निकाला, ‘‘इन परिस्थितियों में, मुकेश कुमार भारत के लिए एक बड़े सकारात्मक व्यक्ति रहे हैं। जिस तरह से उन्होंने गीली गेंदों से गेंदबाजी की है, उनका यॉर्कर प्रदर्शन और डेथ ओवरों में गेंदबाजी शानदार रही है। ’