चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 3 दिसंबर को पहले ल्यांगचू मंच को बधाई संदेश भेजा।
अपने बधाई संदेश में शी चिनफिंग ने कहा कि ल्यांगचू खंडहर पांच हजार साल पुरानी चीनी सभ्यता का सबूत है और विश्व सभ्यता का खजाना भी है। लंबे इतिहास में चीनी सभ्यता ने अद्वितीय नवाचार और निरंतर दृढ़ता के साथ सभ्यता के कई कीर्तिमान स्थापित किए। चीनी सभ्यता खुली और समावेशी है। चीनी सभ्यता विश्व की विभिन्न सभ्यताओं के सार को निरंतर आत्मसात करती रहती है। इससे विश्व सभ्यता के उद्यान को समृद्ध किया गया।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि आपसी सम्मान, साझा प्रयास और सह-अस्तित्व मानव सभ्यता के विकास का सही रास्ता है। आशा है कि विभिन्न पक्ष ल्यांगचू मंच का पूरा प्रयोग कर बेल्ट एंड रोड से जुड़े देशों के साथ सभ्य संवाद बढ़ाएंगे, विश्व सभ्यता पहल का कार्यान्वयन करेंगे, सभ्यताओं के बीच आदान-प्रदान मजबूत करेंगे और समानता, आपसी सीख, संवाद व सहिष्णुता की सभ्यतागत अवधारणा को बढ़ावा देंगे, ताकि विभिन्न सभ्यताओं में सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व और पारस्परिक उपलब्धि बढ़ सके।
गौरतलब है कि पहले ल्यांगचू मंच का विषय विश्व सभ्यता पहल का कार्यान्वयन कर सभ्यताओं के बीच आदान-प्रदान और आपसी सीख बढ़ाना है। मंच 3 दिसंबर को चीन के चच्यांग प्रांत के हांगचो शहर में उद्घाटित हुआ।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)