कुक की अगुआई में ही इंग्लैंड ने 2012 में भारत के आखिरी टेस्ट श्रृंखला जीती थी। अबु धाबी की ‘उपमहाद्वीप जैसी परिस्थितियों’ में एक महीने के ट्रेनिंग शिविर का विकल्प चुनने के बाद बेन स्टोक्स और उनकी टीम गुरुवार से होने वाले शुरुआती टेस्ट से ठीक चार दिन पहले रविवार को हैदराबाद पहुंची।
वर्ष 2012-13 की श्रृंखला में भारत पर 2-1 की जीत के दौरान 562 रन के साथ शीर्ष स्कोरर रहे कुक ने ‘द संडे टाइम्स’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘‘इंग्लैंड के लिए मैच की तैयारी की कमी एक समस्या होगी। कुक ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि इंग्लैंड भारत में क्या करने की कोशिश करने जा रहा है और अब मुझे लगता है
कि यह उनकी सफलता का सबसे अच्छा मौका है। वे उपमहाद्वीप में बल्लेबाजी के पारंपरिक नियमों का पालन नहीं करेंगे। मुझे हमेशा से लगा है कि शुरुआती 30 गेंद महत्वपूर्ण होती हैं जब आप सामंजस्य बैठाने का प्रयास कर रहे होते हो। कुक ने कहा कि इंग्लैंड टीम के पास सितारों से सजे भारतीय बल्लेबाजी क्रम को अस्थिर करने वाला आक्रमण मौजूद है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह देखने में बहुत दिलचस्पी होगी कि भारत कैसे प्रतिक्रिया देता है। मुझे लगता है कि इंग्लैंड की यह टीम भारत के गेंदबाजों को सीधे दबाव में डाल सकती है। इससे उनकी लय खराब हो सकती है। वे इसके अभयस्त नहीं होंगे क्योंकि अधिकांश टीमें मुकाबले में बने रहने की कोशिश करती हैं लेकिन यह आम तौर पर घरेलू मैदान पर भारत के खिलाफ काम नहीं करता है।’’
कुक ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट को स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक बताया। उन्होंने कहा, ‘‘उसने हाल के वर्षों में उपमहाद्वीप में श्रीलंका और भारत में बहुत सारे रन बनाए हैं। उसने बिना जोखिम उठाए ऐसा किया है। अन्य बल्लेबाज उससे बहुत कुछ सीख सकते हैं।