संत सीचेवाल की CPCB को चिट्ठी, 33 डाइंग यूनिट्स फैला रहे प्रदूषण

बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए करीब 650 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद वह परिणाम नहीं मिल रहे हैं

लुधियाना: बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए करीब 650 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद वह परिणाम नहीं मिल रहे हैं, जैसा कि प्रोजैक्ट शुरू होने से पहले दावा किया गया था। वहीं, राज्यसभा मैंबर एवं पर्यावरण प्रेमी संत बलवीर सिंह सीचेवाल ने बुड्ढा दरिया में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार माने जा रहे करीब 33 डाइंग यूनिट्स संबंधी सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) को चिट्ठी लिखी हुई है। हैरानी की बात यह है कि तीन महीने बीत जाने के बाद भी संबंधित यूनिट्स पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। संत सीचेवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि 33 डाइंग यूनिट्स पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं और न ही प्रशासन की बात पर अमल हो रहा है।

उक्त डाइंग यूनिट्स की ओर से अपनी फैक्टरियों का डिस्चार्ज सीधे नगर निगम के सीवर में डाला जा रहा है। यही पानी ट्रीटमैंट प्लांट में पहुंच मशीनरी को नुक्सान पहुंचाता है। इन वजहों से मानकों के अनुसार पानी ट्रीट नहीं हो पा रहा। ऐसे में करोड़ों रुपए खर्च करके भी बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त नहीं बनाया जा पा रहा है। इससे पहले भी ट्रीटमैंट प्लांट इन कारणों से फेल हो चुके हैं। प्रदूषित पानी बुड्ढा दरिया के जरिये सतलुज दरिया में मिल जाता है। सतलुज दरिया का पानी मालवा और राजस्थान के कई जिलों को प्रभावित कर रहा है। चिट्ठी में संबंधित डाइंग यूनिट्स की सूची भी नत्थी की गई है।

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