हरियाणा के करनाल में एक एजेंट ने शूटर्स को हायर करके अपनी ही कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग करवाई। पहले तो एजेंट ने फायरिंग करवाई फिर पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के बाद पुलिस ने जांच की तो पाया कि ये सब मास्टरमाइंड एजेंट ने खुद से करवाया है। जिसके बाद पुलिस ने शूटर्स सहित एजेंट को भी गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल ओपेरा एजुकेशन कंसल्टेंट प्राईवेट लिमिटेड ऑफिस के मालिक अमनदीप को बंदूक का लाइसेंस बनवाना था।अमनदीप लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। लाइसेंस के लिए अमनदीप ने पहले यूपी से 5 शूटर्स हायर किए। फिर शूटर्स से अपनी ही कार पर हमला करवाया। उसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
थाने में दी हुई शिकायत में अमनदीप ने बताया कि उसके व्हाट्सएप पर विदेशी नंबर से 2 बार वॉयसनोट भेजे गए है। उसे पिछले 3 महीनो से धमकियां दी जा रही है।गोल्डी बराड़ के छोटे भाई और लॉरेंस बिश्नोई ने उससे 1 करोड़ की फिरौती मांगी है। धमकी मिली है की फिरौती की रकम न देने पर परिजनों की जान को खतरा है।
अमनदीप ने बताया था कि वह कार खड़ी करके ऑफिस में अंदर गया था तभी पीछे से गोलियां चलने की आवाज आई तो बाहर आकर देखा की बदमाश उसकी वर्ना कार पर फायरिंग कर रहे है। फायरिंग के बाद आरोपी भाग खड़े हुए।
पुलिस ने जांच में पाया कि अमनदीप ने खुद ही यूपी के शामली से शूटर्स को हायर किया था। करनाल में उन्हें बाइक उपलब्ध करवाई गई थी। जिसके बाद दिखावे के लिए शूटर्स ने कार पर 5 राउंड फायर भी किए। जिसके बाद बदमाश फरार हो गए।
जांचकर्ता दीपेंद्र राणा और एसटीएफ की टीम ने जांच के दौरान तीन आरोपियों को मंगलौरा नाके से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान कादरगढ़ निवासी ऋतिक कुमार उर्फ लाला, हसनपुर निवासी विपुल कुमार, भाईसैनी इस्लामपुर निवासी मोहम्मद नाजिम के रूप में हुई है।
आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि गोलियां शिकायतकर्ता अमनदीप के कहने पर चलाई थी। जिसके बाद पुलिस ने करनाल से अमनदीप को हिरासत में ले लिया। हालांकि फिरौती के लिए आया वॉयसनॉट अभी जांच का विषय है। वॉयसनॉट के संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
एसटीएफ इंचार्ज दीपेंद्र राणा ने बताया कि आरोपियों ने सारी बात कबूल ली हैं। हायर किए गए 5 शूटर्स में से 3 को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य 2 फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेगा।