वाशिंगटन : रिपब्लिकन पार्टी से व्हाइट हाउस के लिए संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने जेडी वेंस को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। आपको बता दें कि वेंस ओहायो से पहली बार सीनेटर बने और उनकी पत्नी भारतीय-अमेरिकी हैं। 39 साल के वेंस ट्रंप से 40 साल छोटे हैं और उनके पास अमेरिकी सेना में काम करने का अनुभव है। वे एक पूर्व वेंचर कैपिटलिस्ट और एक लेखक हैं। उन्होंने ‘हिलबिली एलेजी‘ नाम से किताब लिखी है जो कामकाजी अमेरिकी परिवार में पले-बढ़े होने के बारे में एक आत्मकथा है।
वे राजनीति में नए हैं और 2022 में अमेरिकी सीनेट के लिए चुने गए थे, जिसमें काफी हद तक ट्रंप का समर्थन हासिल था। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘लंबे विचार-विमर्श और कई अन्य लोगों की प्रतिभाओं को देखने के बाद मैंने निर्णय लिया है कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति का पद संभालने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति ओहायो के सीनेटर जेडी वेंस हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘जेडी ने मरीन कॉर्प्स में हमारे देश की सेवा की, दो साल में ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी से स्रातक की उपाधि प्राप्त की, येल लॉ स्कूल से स्रातक हैं, जहां वे येल लॉ जर्नल के संपादक और येल लॉ वेटरन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष थे।
जेडी की पुस्तक, ‘हिलबिली एलेजी’, एक बेस्टसेलर थी और यह मूवी बन गई, इसमें हमारे देश के मेहनती पुरुषों और महिलाओं की प्रशंसा की गई है। ‘प्रौद्योगिकी और वित्त में उनका बहुत सफल व्यवसायिक करियर रहा है, और अब अभियान के दौरान, उनका पूरा फोकस उन लोगों पर रहेगा जिनके लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी – पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, ओहायो, मिनेसोटा के अमेरिकी मजदूर और किसानों के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी। वेंस की शादी भारतीय-अमेरिकी उषा वेंस से हुई है, जिनका जन्म उषा चिलुकुरी के रूप में हुआ था। वह एक सफल वकील हैं।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स के लिए काम किया। वह सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में बड़ी हुई। वह येल यूनिवर्सिटी गई और अपने पति की तरह येल लॉ स्कूल से स्रातक भी हुई। वेंस से उम्मीद की जा रही है कि वे कामकाजी वर्ग के मतदाताओं के बीच ट्रंप की अपील को बढ़ाएंगे, उनकी खुद की पृष्ठभूमि ‘हिलबिली एलेजी‘ में बताई गई है। सैन फ्रांसिस्को में वेंचर कैपिटल में काम करने के दौरान उनके अच्छे संपर्क बने थे जो अब ट्रंप के अभियान के दौरान काम आएंगे।
हालांकि वेंस हमेशा से ट्रंप के समर्थक नहीं थे, वो ट्रंप के आलोचक भी रहे हैं। उन्होंने एक बार उन्हें ‘अमेरिका का हिटलर‘ कहा था और खुद को ट्रंप के लिए कभी नहीं काम करने वाला बताया था। लेकिन ट्रंप पर हत्या के प्रयास के बाद, उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को दोषी ठहराया। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘आज ये केवल एक अलग घटना नहीं है, बाइडेन अभियान का मुख्य आधार यही रहा है कि ट्रंप एक सत्तावादी फासीवादी हैं, जिन्हें हर कीमत पर रोका जाना चाहिए।
उसी बयानबाजी से ट्रंप पर हत्या का प्रयास हुआ। बाइडेन-कमला हैरिस अभियान ने ट्रंप के चयन की आलोचना करते हुए कहा कि वेंस को ‘इसलिए चुना गया क्योंकि वह माइक पेंस की तरह नहीं है जो 6 जनवरी 2021 को ट्रंप ने जो किया था उसमें उनका साथ नहीं दिया था। ट्रंप के एजेंडे के लिए वेंस हर संभव प्रयास करेंगे, भले ही इसका मतलब कानून तोड़ना ही क्यों न हो‘।