विधान सभा स्पीकर ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सामने उठाया मतदाता सूची की खामियों का मुद्दा

चंडीगढ़: हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल से मुलाकात कर मतदाता सूचियों और मतदान प्रक्रिया में व्याप्त खामियों को दूर करने की मांग की। इस संबंध में विस अध्यक्ष ने 27 जुलाई को देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे गए पत्र की प्रति और मतदाता.

चंडीगढ़: हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल से मुलाकात कर मतदाता सूचियों और मतदान प्रक्रिया में व्याप्त खामियों को दूर करने की मांग की। इस संबंध में विस अध्यक्ष ने 27 जुलाई को देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे गए पत्र की प्रति और मतदाता सूचियों की त्रुटियां दर्शाने वाले सर्वे दस्तावेज सुपुर्द किए। इस दौरान उन्होंने इन त्रुटियों को लेकर विस्तार से बात भी की। उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों में बड़ी संख्या में मृतकों और निर्वाचन क्षेत्र छोड़कर जा चुके व्यक्तियों के नाम शामिल हैं। कुछ मतदाताओं के वोट एक से अधिक स्थानों पर बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि बूथ लेवल अधिकारियों को निर्देश जारी कर मतदाता सूचियों को अपडेट करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सूचियों में जिस प्रकार की गड़बड़ियां है, उससे लगता है कि ये किसी षड्यंत्र का भी हिस्सा हो सकती है। इस अवसर पर घर-घर जाकर सर्वे करने वाली टीमों के मुखिया भी मौजूद रहे।

गुप्ता ने मतदान केंद्र की दूरी का मामला भी मुख्य निर्वाचन आयोग के ध्यान में लाया। उन्होंने कहा कि चंडी मंदिर छावनी क्षेत्र के मतदाताओं के लिए करीब 6 किलोमीटर दूर सेक्टर 6 स्थित स्कूल में मतदान केंद्र स्थापित किया गया। इस दूरी के कारण गत चुनाव में यहां मात्र 11 फीसदी मतदाता ही मतदान करने के लिए पहुंचे। इस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने कहा कि चंडी मंदिर छावनी में अलग से मतदान केंद्र स्थापित कर दिया गया है। इस दौरान विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने नागरिकों को ऑनलाइन वोट बनवाने की सुविधा दी है, लेकिन कुछ सरकारी अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे। ऐसे मामले सामने आ रहे हैं कि छोटे-मोटे कारण बताकर ऑनलाइन आवेदनों को खारिज कर दिया जाता है। गुप्ता ने कहा कि सरकारी योजना को निष्प्रभावी बनाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि गत लोक सभा चुनाव में देखने में आया कि कुछ रिटर्निंग अधिकारियों ने जानबूझकर मतदान की प्रक्रिया को धीमा किया। इसके कारण कतारें लंबी हो गईं और मतदाताओं को एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा। इसके चलते अनेक मतदाताओं ने कतार से हटने का फैसला किया और अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। गुप्ता ने पंचकूला के सेक्टर-20 स्थित बूथ नंबर 48 का उदाहरण देते हुए कहा कि कुल 1376 मतदाताओं में से 38 मृत पाए गए और 257 मतदाता पड़ोसी राज्यों में शिफ्ट हो चुके हैं। सर्वे में पाया गया है कि जो मतदाता पड़ोसी राज्यों में स्थानांतरित हो गए थे, उन्होंने पंचकूला में भी वोट डाला। उन्होंने आशंका जताई कि हरियाणा विधानसभा के आगामी चुनावों में दूसरे राज्यों के मतदाता परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इनका निराकरण जरूरी है।

विस अध्यक्ष ने कहा कि पंचकूला के सीमावर्ती इलाकों में स्थित लेबर कॉलोनियों में डबल वोट हैं। इसलिए मतदाता सूचियों को अपडेट करने की जरूरत है। इसके लिए संबंधित बीएलओ को सख्त निर्देश जारी करने होंगे। उन्होंने 85 वर्ष से अधिक उम्र वाले वृद्धजनों की समस्या को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने ऐसे व्यक्तियों को घर से वोट डालने की सुविधा देकर सराहनीय काम किया है, लेकिन उनके लिए मतदान की तारीख वास्तविक तिथि से 15 दिन पहले तय की गई है। कई बार इतनी पहले मतदान अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी की नियुक्ति नहीं हो पाती। इसलिए वृद्धजनों को वास्तविक तिथि से कम से कम 3 दिन पहले घर से मतदान करने की अनुमति दी जाए।

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