पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि 23 अगस्त रात को उन्हें सूचना मिली कि दो एसयूवी में सवार कुछ संदिग्ध गौ तस्कर शहर में टोह ले रहे हैं। आरोपियों ने छात्र आर्यन मिश्र और उसके दोस्त शैंकी और हर्षित को गलती से गौ तस्कर समझ लिया और दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गदपुरी टोल के पास लगभग 30 किलोमीटर तक उनकी कार का पीछा किया।’’
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जब आर्यन से कार को रोकने के लिए कहने पर उसने कार की रफ्तार बढ़ा दी, जिसके बाद उन्होंने (आरोपियों ने) पलवल में गदपुरी टोल के पास उस पर गोली चला दी जिससे आर्यन की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों को जिला अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि जांच जारी है। कार और अवैध हथियार को बरामद कर लिया गया है।