विज्ञापन

स्वामी विवेकानन्द से प्रेरणा लें युवा : राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल

सुभारती में सत्र 2023 में 1745 एवं 2024 में 1304 विद्यार्थियों डिग्री प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह में कुल 3049 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में स्नातक, परास्नातक, पीएचडी आदि पाठ्यक्रम के छात्र छात्राओं को उपाधि व स्वर्ण पदक प्रदान कर सम्मानित किया। डिग्री व स्वर्ण पदक पाकर खुशी से झूम उठे विद्यार्थी।

मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के मांगल्य प्रेक्षागृह में सत्र 2023 एवं सत्र 2024 के दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति व पूर्व आईएएस डॉ. स्तुति नारायण कक्कड़ ने की। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल रही। उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों को उपाधियाँ व गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। विश्वविद्यालय आगमन पर मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। परीक्षा नियंत्रक श्रीमती पूनम कौशिक के नेतृत्व में सभी संकाय एवं विभाग के प्राचार्य व प्रमुख द्वारा शैक्षणिक शोभयात्रा का मांगल्य प्रेक्षागृह में विधिवत आगमन हुआ। इस दौरान सभी छात्र-छात्राओं ने तालियां बजाकर अभिवादन किया।

कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, विशिष्ट अतिथि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री के.जी.बालकृष्णन, राज्यसभा सांसद श्री लक्ष्मीकांत वाजपेयी एवं कुलाधिपति डॉ. स्तुति नारायण कक्कड़ को पादप भेंटकर स्वागत किया। दीक्षांत समारोह का शुभारंभ जल संरक्षण के बारे में जागरूकता देते हुए जल भरों कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, विशिष्ट अतिथि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश के.जी.बालकृष्णन, राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी, कुलाधिपति श्रीमति स्तुति नारायण कक्कड, कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज, प्रतिकुलपति डॉ. हिमांशु ऐरन एवं कुलसचिव एम याकूब ने किया। इस दौरान राष्ट्रगीत व विश्वविद्यालय कुलगीत हुआ। साथ ही जल संरक्षण जागरूकता हेतु गीत प्रस्तुत किया गया। कुलाधिपति श्रीमती स्तुति नारायण कक्कड द्वारा दीक्षांत समारोह के प्रारंभ की घोषणा की गई।

सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के. थपलियाल ने उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्हांने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए विश्वविद्यालय के सभी संकाय एवं विभाग में चलाएं जा रहे विभिन्न कोर्स व अनुसंधान सहित विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं को डिग्री मिलने पर अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि माननीय राज्यपाल महोदया ने दीक्षान्त समारोह की मुख्य अतिथि के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति से हमें सम्मानित किया है, यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक और गर्व का क्षण है। प्राथमिक विद्यालय के छात्रों का किसी भी विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में शामिल होना अपने आप में एक अनोखी पहल है, जिसके दूरगामी परिणाम निश्चित रूप से सब के लिए कल्याणकारी होंगे। इसकी परिकल्पना एवं रूपरेखा माननीया राज्यपाल महोदया ने स्वयं तैयार की है। हमारे इस दीक्षान्त समारोह में भी प्राथमिक विद्यालय के छात्र/छात्राऐं उपस्थित हैं, जिन्हें आज महामहिम के कर कमलों से किताबें, स्कूल बैग, फल इत्यादि वितरित किये गए है। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को संकल्प दिलाया कि सुभारती विश्वविद्यालय का प्रत्येक छात्र भविष्य में अपने संस्कारों एवं अपनी योग्यता के दम पर भारत का नाम विश्व पटल पर स्वर्णिम अक्षरों में लिखने में अपना भरपूर योगदान देंगे।

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलाधिपति श्रीमती स्तुति नारायण कक्कड ने कहा कि दीक्षान्त समारोह सभी विद्यार्थियों के लिये स्वर्णिम अवसर है। हमारे विश्वविद्यालय के सभी छात्र छात्राएं देश का भविष्य है। उन्होंने कहा कि आज का यह दिन हमारे स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के इतिहास में एक विशेष स्थान रखता है, यह एक ऐसा अवसर है, जब हम विद्यार्थियों द्वारा किए गए कठोर परिश्रम, समर्पण और प्रतिबद्धता को सम्मानित कर रहे है। दीक्षान्त समारोह सिर्फ डिग्री प्राप्त करने का दिन नहीं है बल्कि यह अब तक की यात्रा, आपके सपनों और आपके भविष्य की नई यात्रा का उत्सव है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने आपको यह ताकत दी है, जिससे आप दुनिया में सकारात्मक बदलाव ला सके, अब आपका यह कर्तव्य है, कि आप अपनी शिक्षा का उपयोग समाज के निर्माण और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में करें। उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है, कि आने वाले समय में सभी विद्यार्थी अपनी क्षमता से देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में हमेशा सकारात्मक मानसिकता एवं रचनात्मक विचारधारा के साथ कार्य करना चाहिए, जिससे सफलता प्राप्त होती है। जीवन में कभी हार से डरना नही चाहिए क्यांकि असफलता ही सफलता को प्राप्त करने का कारण बनती है।

मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सभी मेधावी विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर एकाग्रता के साथ मेहनत करनी चाहिए, इससे निश्चित सफलता प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि दीक्षान्त समारोह विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत और समर्पण को प्रतिबिम्बित करता है। मुझे विश्वास है कि विश्वविद्यालय द्वारा ज्ञान आधारित समाज की चुनौतियों का सामना करने के लिय युवाओं को सक्षम बनाया जाएगा, जिससे वे राष्ट्र निर्माण में सहयोग देते हुए एक प्रबुद्ध नागरिक के रूप में तैयार हो सकें। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी सहित सभी महापुरूषों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एवं आंगनवाड़ी के बीच सेतु बनना चाहिए ताकि समाज का हर व्यक्ति मुख्यधारा से जुड़ सके। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेज व विभाग एवं मार्ग विभिन्न महापुरूषों के नाम पर स्थापित होने व शहीद स्मारक की स्थापना की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय का कार्य अत्यंत प्रभावी है। उन्होंने कहा कि मैं आशा करती हूं कि सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा का केन्द्र बनकर राष्ट्र निर्माण में कार्य करे। उन्होंने दीक्षान्त समारोह के आयोजन एवं विश्वविद्यालय की स्मारिका के प्रकाशन हेतु अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दी।

विशिष्ट अतिथि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश के.जी.बालकृष्णन ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए यह हर्ष का मौका है कि दीक्षांत समारोह में उन्हें उपाधि व पदक मिल रहे है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय ने उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान की है और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग के माध्यम से अपने विद्यार्थियों को विकसित करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने आपको न केवल आपके कौशल, नवीन दिमाग और बौद्धिक क्षमता को तेज किया है, बल्कि आपको नैतिक मूल्यों से भरे एक जिम्मेदार विनम्र इंसान बनने की भी सीख दी है। कड़ी मेहनत से प्राप्त डिग्री के बाद अब सभी विद्यार्थियों का यह दायित्व है, कि नैतिक मूल्यों के साथ आप एक जिम्मेदार विनम्र इंसान बने। इसी प्रेरणा से सभी विद्यार्थियों को अपने जीवन में देशहित में आगे बढ़ना चाहिए।

राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने उपाधि एवं पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसे माता-पिता व अभिभावक को धन्यवाद है कि जिन्होंने अच्छी परवरिश से अपने बच्चों को मंजिल तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय अपनी शैक्षणिक यात्रा में निरन्तर प्रगति करता हुआ गुणवत्ता के नये आयाम स्थापित कर रहा है। जिस प्रकार संस्कारों एवं राष्ट्रीयता के भाव से विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन किया जा रहा है यह पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से कहा कि वह माता पिता व गुरूओं का हमेशा आदर करें एवं अपनी योग्यता से देश निर्माण में योगदान दें।

सुभारती परिवार की ओर से मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, विशिष्ट अतिथि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री के.जी.बालकृष्णन एवं राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।

सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज ने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आप युवा हैं और देश का भविष्य है और आने वाले समय में आप अपनी क्षमताओं से देश का नाम विश्व पटल पर रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह किसी भी विद्यार्थी के जीवन का एक ऐसा क्षण होता है, जिसमें छात्र ज्ञान अर्जित करके देश के भविष्य निर्माण में जुट जाते है। उन्होंने कहा कि सभी छात्र छात्राओं को मेरी शुभकामनाएं है कि सुभारती से संस्कार लेकर राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनें और भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन करें।

धन्यवाद ज्ञापन प्रतिकुलपति डॉ.हिमांशु ऐरन ने दिया। मंच का संचालन डॉ.सीमा शर्मा एवं डॉ. अभिनव द्वारा किया गया। राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन किया गया। यूनिवर्सिटी की बेस्ट गर्ल स्टूडेंट का अवार्ड 2023 एमबीबीएस की छात्रा इक्षिता नागर व 2023 के बीएनवाईएस की छात्रा दीप्ति एवं बीडीएस 2024 की छात्रा अनंता अग्रवाल को मिला। यूनिवर्सिटी के बेस्ट बॉय स्टूडेंट का अवार्ड 2023 बीएएलएलबी के छात्र ऋषभ एवं 2024 एमपीए के छात्र अंकित कुमार को मिला।

इनकी रही विशेष उपस्थिति – म्यांमार के राजदूत महामहिम मो क्यॉ आंग, एडवोकेट साजू जैकब, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत शारदा, पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा, चौधरी यशपाल सिंह, सह विभाग संघचालक विनोद भारती, लोकप्रिय अस्पताल के निदेशक डॉ रोहित रविंद्र, विधायक सरधना अतुल प्रधान, मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे, जिलाधिकारी दीपक मीणा, सीडीओ बुलन्दशहर कुलदीप मीना, मेजर जनरल अनुपम अग्रवाल जीओसी 22 रेपिड एस, मेजर जनरल देवेन्द्र कुमार कमांडेंट आरवीसी, कर्नल संतोष मेहर, इन्फेंट्री डिवीजन, कर्नल दीपक राणा, कर्नल एनके आहूजा, डॉ. अनुभूति चौहान, समाजसेवी वसीम अहमद, हेमन्त प्रधान, इंतजार, शादाब खान, डॉ. फहीम, डॉ. एसडी खान आदि उपस्थित रहे।

विश्वविद्यालय की ओर से यह उपस्थित रहे :- प्रतिकुलपति डॉ.हिमांशु ऐरन, कुलसचिव एम याकूब, कुलसचिव दूशिक सैयद जफर हुसैन, डॉ.प्रदीप भारती गुप्ता, डॉ.सत्यम खरे, डॉ.रानी बंसल, डॉ.निखिल श्रीवास्तव, डॉ. वैभव गोयल भारतीय, डॉ.गीता परवंदा, डॉ.एपी गर्ग, डॉ.पिंटू मिश्रा, कर्नल राजेश त्यागी, डॉ.अभय शंकरगौड़ा, डॉ.सोकिन्द्र तोमर, डॉ.सुधीर त्यागी, डॉ.मनोज कपिल, डॉ.आर.के.घई, डॉ.अनोज राज, डॉ.महावीर सिंह, डॉ.चम्पालाल मंडरेले, डॉ.एससी तिवारी, डॉ.अंजू रानी, डॉ.संजीव त्यागी, डॉ.पंकज किशोर, डॉ.एससी थलेडी, डॉ.मनोज त्रिपाठी, डॉ.मयूर कौशिक, डॉ.जासमीन आनंदाबाई, डॉ.शिवमोहन वर्मा, ई.आकाश भटनागर, डॉ.मुकेश रूहेला, ई.विवेक तिवारी, अनुज प्रधान सहित सभी संकाय एवं विभाग के प्राचार्य, फैकल्टी मैंबर सहित दीक्षांत समारोह आयोजन समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे। इस दौरान सुभारती विश्वविद्यालय के एनएसएस प्रकोष्ठ के स्वयंसेवकों ने अतिथियों के स्वागत में योगदान किया।

Latest News