भुवनेश्वर : ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोमवार को कहा कि राज्य कौशल विकास में अग्रणी बनने की राह पर है। उन्होंने 10 से 15 सितंबर के बीच फ्रांस के ल्योन शहर में आयोजित 47वीं विश्व कौशल प्रतियोगिता में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए दो स्थानीय युवाओं को बधाई देते हुए यह बात कहीं। इन दो युवाओं के नाम अमरेश कुमार साहू और गेडेला अखिल हैं। साहू ने अक्षय ऊर्जा में कांस्य पदक जीतकर जबकि अखिल ने जल प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता के लिए पदक जीतकर ओडिशा को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित किया।
उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए माझी ने एक बयान में कहा, कि विश्व कौशल प्रतियोगिता में हमारे कुशल युवाओं की उपलब्धियां ओडिशा के लिए गर्व की बात हैं। उनकी सफलता युवा प्रतिभाओं को पोषित करने और वैश्विक मानकों के अनुरूप कौशल विकसित करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यह जीत कई अन्य लोगों को वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी। मुख्यमंत्री ने उनके प्रशिक्षण में सहयोग देने वाले संस्थानों के योगदान की भी सराहना की हैं।
देवगढ़ जिले के मूल निवासी अमरेश वर्तमान में सीटीटीसी, भुवनेश्वर में मेकाट्रॉनिक्स में डिप्लोमा कर रहे हैं। अखिल सी.वी. रमन ग्लोबल यूनिर्विसटी, भुवनेश्वर में सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक कर रहे हैं। अमरेश ने वियतनाम से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया, जबकि अखिल को दक्षिण अफ्रीका के एक विशेषज्ञ से मिली सलाह का लाभ मिला। विश्व कौशल प्रतियोगिता एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन है जिसमें 80 से अधिक देशों के प्रतिभागी विनिर्माण, प्रौद्योगिकी और सेवाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा के लिए एकत्रित होते हैं। इसका 47वां संस्करण ल्योन में आयोजित किया गया। इसमें भारत के 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें 15 ओडिशा से थे।