चंडीगढ़: पंजाब से नशों की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर नशों के विरुद्ध छेड़ी गई निर्णायक जंग को ढाई साल पूरे हो गए हैं। पंजाब पुलिस ने 16 मार्च, 2022 से अब तक 5856 बड़ी मछलियों समेत 39840 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कुल 29152 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की हैं, जिनमें से 3581 वाणिज्यिक मात्रा से संबंधित हैं। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस टीमों ने राज्य भर में नशा प्रभावित क्षेत्रों में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाने के अलावा संवेदनशील मार्गों पर नाके लगाने के बाद राज्य भर से 2546 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है। उन्होंने बताया कि हेरोइन की बड़ी खेप जब्त करने के अलावा पुलिस टीमों ने राज्य भर से 2457 किलोग्राम अफीम, 1156 क्विंटल चूरा पोस्त और 4.29 करोड़ गोलियां/कैप्सूल/इंजेक्शन/फार्मा ओपिओइड की शीशियां भी बरामद की हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने पिछले ढाई साल में गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 30.83 करोड़ रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की है। आईजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस ने इन ढाई वर्षों में 602 बड़े तस्करों की 324.28 करोड़ रुपये की संपत्तियां भी जब्त की हैं, जबकि 103.50 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त करने के 192 मामले मंजूरी के लिए सक्षम प्राधिकरण के पास लंबित हैं। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने राज्य से नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, रोकथाम और पुनर्वास – लागू की है। रणनीति के एक भाग के रूप में, पंजाब पुलिस एनडीपीएस अधिनियम की धारा 64-ए के बारे में जागरूकता पैदा कर रही है, जो कुछ ग्राम हेरोइन या मादक पाउडर के साथ पकड़े गए नशीली दवाओं के उपभोक्ता को पुनर्वास का अवसर प्रदान करती है।
आईजीपी ने कहा, “245 मामलों में कम मात्रा में नशीली दवाओं के साथ पकड़े गए 295 नशीली दवाओं के उपभोक्ताओं ने पुनर्वास उपचार कराने का वचन देकर एनडीपीएस की धारा 64-ए के प्रावधान का लाभ उठाया।” उन्होंने कहा कि एनडीपीएस मामलों में उद्घोषित अपराधियों (पीओ)/भगोड़ों को गिरफ्तार करने के लिए चल रहे विशेष अभियान के तहत पंजाब पुलिस ने 16 मार्च, 2022 से अब तक 2378 पीओ/भगोड़ों को गिरफ्तार किया है। गैंगस्टरों के खिलाफ पंजाब पुलिस की उपलब्धियों को याद करते हुए आईजीपी ने कहा कि एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने फील्ड इकाइयों के साथ मिलकर 1420 गैंगस्टरों/अपराधियों को गिरफ्तार करने और 12 गैंगस्टरों/अपराधियों को बेअसर करने के बाद 508 गैंगस्टरों/अपराधियों के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है और 1337 हथियार, आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल किए गए 294 वाहन, 56.7 किलोग्राम हेरोइन और 4.05 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की है। आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का ब्यौरा देते हुए आईजीपी ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा ने 34 राइफलें, 303 रिवाल्वर/पिस्तौल, 14 हैंड ग्रेनेड और 290 ड्रोन बरामद करने के बाद 272 आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के साथ 45 आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है।
उन्होंने कहा कि जेलों के अंदर मोबाइल फोन के प्रयोग के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पंजाब पुलिस ने 1663 आईएमईआई नंबरों को काली सूची में डाल दिया है तथा 475 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक कर दिया है। इसके अलावा गैंगस्टरों का महिमामंडन करने वाले और हिंसा को बढ़ावा देने वाले कम से कम 6500 सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक कर दिए गए हैं। इस बीच, इस वर्ष का अपडेट देते हुए आईजीपी ने कहा कि 1 जनवरी, 2024 से अब तक पुलिस ने 825 वाणिज्यिक समेत 6439 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करके 8789 नशा तस्करों/आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 628 किलोग्राम हेरोइन, 796 किलोग्राम अफीम, 324 क्विंटल चूरापोस्त और 2.83 करोड़ फार्मा ओपिओइड की गोलियां/कैप्सूल/इंजेक्शन/शीशियां बरामद करने के अलावा 10.32 करोड़ रुपये की ड्रग मनी भी बरामद की है।