हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व नेता और उत्तराखंड सहकारी दुग्ध संघ नैनीताल के पूर्व प्रशासक मुकेश बोरा को 36 वर्षीया महिला से दुष्कर्म और उसकी नाबालिग पुत्री से छेड़छाड़ के आरोप में पुलिस ने बुधवार को पड़ोसी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रह्लाद नारायण मीणा ने संवाददाताओं को बताया कि बोरा को उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि पीड़ित महिला द्वारा पुलिस में दी गई तहरीर बाद से बोरा पिछले तीन सप्ताह से अधिक समय से फरार था।
मीणा ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और पंजाब में उसकी तलाश में जुटी हुई थीं। बोरा के खिलाफ दुष्कर्म तथा पॉक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। वह पिछले 23 दिन से फरार था। पुलिस को शक था कि दुग्ध संघ में दूध देने वाले दूसरे राज्यों के ठेकेदार बोरा की मदद कर रहे हैं।
बोरा पर दुग्ध संघ में काम करने वाली दैनिक वेतनभोगी विधवा महिला को स्थायी नौकरी दिलवाने का झांसा देकर उससे दुष्कर्म करने तथा उसकी नाबालिग पुत्री के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है। मामले के सामने आने के बाद बोरा को भाजपा से निलंबित कर दिया तथा दुग्ध संघ के प्रशासक के पद से भी हटा दिया गया ।
देहरादून में मौजूद पुलिस महकमे के उच्चाधिकारी भी इस मामले की निगरानी कर रहे थे। बोरा की गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस पर भारी दबाव भी था और इसी कारण जांच का दायरा अन्य राज्यों तक बढ़ाया गया। बोरा को आखिरी बार 19 सितंबर को उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के भोजीपुरा में देखा गया था लेकिन वह पुलिस के पहुंचने से पहले ही वहां से फरार हो गया था ।