सुल्तानपुर लोधी: पराली को आग लगाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन कपूरथला बड़े पैमाने पर गांव-गांव जागरूकता अभियान चला रहा है, साथ ही पराली जलाने वाले किसानों के चालान भी किए जा रहे हैं और एफ.आई.आर भी दर्ज की जा रही है
डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार पांचाल ने बताया कि सुल्तानपुर लोधी के गांवों में किसानों को पराली जलाने के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के लिए एस.डी.एम अपर्णा के नेतृत्व में संयोजक डॉ. जसपाल सिंह कृषि विकास अधिकारी, डी.एस.पी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी जोगा सिंह की टीमों ने चक कोटला, सेंच, शालापुर दोना, दीपेवाल, डडविंडी और शताबगढ़ में किसानों जागरूक किया।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी रोजाना करीब 10 गांवों में जाकर किसानों को सब्सिडी पर मिली मशीनरी का उपयोग कर पराली को खेतों में ही निपटारा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में लगभग 32 बेलर भी चल रहे हैं जिससे पराली को गांठें बनाकर बॉयलर यूनिटों में ईंधन के रूप में उपयोग किया जा रहा है।
इसके अलावा पराली में आग लगाने के मामलों में सख्त कार्रवाई करते हुए आज शताबगढ़ के 2 किसानों के खिलाफ सुल्तानपुर लोधी और कबीरपुर थाने में एफ.आई.आर दर्ज की गई है। इसी तरह पराली जलाने के मामलों में चालान कर 2500 से 15000 रुपये तक जुर्माना वसूला गया है।
डिप्टी कमिश्नर ने किसानों से अपील की कि वे पराली को जलाने की बजाय पंजाब सरकार द्वारा सब्सिडी पर दी गई मशीनरी का इस्तेमाल करके खेतों में ही इसका निपटान करें, जिससे न केवल भूमि के स्वास्थ्य में सुधार होगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।