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भारत, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और दक्षिण अफ़्रीका के बीच World Test Championship फ़ाइनल में पहुंचने की जंग

नई दिल्ली: बांग्लादेश के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम को मिली जीत के बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्लूटीसी) की अंक तालिका में भारत काफ़ी मज़बूत स्थिति में पहुंच गया है। हालांकि डब्लूटीसी के फ़ाइनल में जगह बनाने के लिए रोहित शर्मा एंड कंपनी को अभी कई

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नई दिल्ली: बांग्लादेश के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम को मिली जीत के बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्लूटीसी) की अंक तालिका में भारत काफ़ी मज़बूत स्थिति में पहुंच गया है। हालांकि डब्लूटीसी के फ़ाइनल में जगह बनाने के लिए रोहित शर्मा एंड कंपनी को अभी कई और जीत की आवश्यकता है। मौजूदा डब्लूटीसी चक्र में 26 टेस्ट मैच शेष हैं और पहले दो स्थान में जगह बनाने की दौड़ काफ़ी रोमांचक होती जा रही है। एक नज़र डालते हैं कि अभी तमाम टीमें किस स्थिति में हैं।

श्रीलंका

प्रतिशत अंक – 55.56, शेष सीरीज़ – दक्षिण अफ़्रीका (2 टेस्ट, बाहर), ऑस्ट्रेलिया (2 टेस्ट, घर पर)

न्यूज़ीलैंड की टीम को श्रीलंका ने बीती टेस्ट सीरीज में 2-0 से मात दी थी। इस शानदार जीत की वजह से श्रीलंका की टीम को 24 महत्वपूर्ण अंक हासिल हुए हैं। इस कारण से श्रीलंका की टीम भी अब डब्लूटीसी फ़ाइनल में पहुंचने की दावेदार बन गई है।

उनके शेष चार टेस्ट मैच उन दो टीमों के विरुद्ध हैं, जो ख़ुद भी डब्लूटीसी फ़ाइनल खेलने की प्रबल दावेदार हैं। अगर श्रीलंका की टीम धीमी ओवर गति के कारण बिना कोई अंक गंवाये चारों मैच जीत लेती है तो उनके पास 69.23 प्रतिशत अंक हो जाएंगे और तब वे अन्य टीमों के नतीजों पर निर्भर नहीं रहेंगे। हालांकि अगर वह एक मैच हार जाते हैं और तीन में उन्हें जीत मिलती है तब ऐसी स्थिति में उनके पास 61.54 प्रतिशत अंक होंगे लेकिन इसके बावजूद उनके फ़ाइनल में पहुंचने की संभावना बनी रहेगी।

भारत

प्रतिशत अंक : 74.24, शेष सीरीज़ : न्यूज़ीलैंड (3 टेस्ट, घर पर) और ऑस्ट्रेलिया (5 टेस्ट, बाहर)

कानपुर में बेहतरीन जीत हासिल करने के बाद भारत अंक तालिका में शीर्ष पर और भी मज़बूत हो गया है। शेष सभी मैच जीतने पर उनके 85.09 प्रतिशत अंक हो जाएंगे। हालांकि उनकी कोशिश यही होगी कि वह कम से कम इतने अंक हासिल कर लें कि डब्लूटीसी फ़ाइनल खेलने के लिए उन्हें अन्य नतीजों पर निर्भर न रहना पड़े। इसके लिए उन्हें कम से कम चार टेस्ट मैच जीतने होंगे और दो टेस्ट मैच ड्रॉ (56 अंक) कराने होंगे। जिसकी बदौलत वह 67.54 प्रतिशत अंक तक पहुंच जाएंगे। दक्षिण अफ़्रीका अगर अपने शेष सभी छह टेस्ट जीत लेती है तब वह 69.44 अंकों तक पहुंच सकती है। वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया चार टेस्ट जीतती है और दो टेस्ट ड्रॉ समाप्त होता है (यह मानते हुए कि वह भारत से एक टेस्ट हारती है, और दो ड्रॉ होता है जबकि अन्य चार टेस्ट जीत लेती है) तब वह 64.04 अंकों तक ही पहुंच सकती है।

अगर भारत को 56 से कम अंक हासिल होते हैं तब हो सकता है कि वह शीर्ष दो स्थानों में न रहें। अगर वह चार मैच जीतते हैं और एक मैच ड्रॉ होता है (52 अंक) तब ऐसा संभव है कि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ़्रीका भारत से आगे निकल जाएं।

श्रीलंका भी 67 से अधिक प्रतिशत अंक के साथ अंक तालिका समाप्त कर सकती है लेकिन उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए दक्षिण अफ़्रीका और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ जीत हासिल करनी होगी जो कि भारत के पक्ष में ही काम करेगा।

बांग्लादेश

प्रतिशत अंक : 34.38, शेष सीरीज़ : वेस्टइंडीज़ (2 टेस्ट, बाहर), दक्षिण अफ़्रीका (2 टेस्ट, घर पर)

भारत के ख़िलाफ़ दो मैच हारने के बाद बांग्लादेश 45.83 प्रतिशत अंक से 34.38 तक पहुंच गई है। अगर वे अपने शेष चार मैच भी जीत लेते हैं तब भी वह 56.25 प्रतिशत अंकों तक ही पहुंच पाएंगे, जो कि शीर्ष दो स्थान तक पहुंचने के लिए काफ़ी नहीं होंगे।

न्यूज़ीलैंड

प्रतिशत अंक : 37.50, शेष सीरीज़ : भारत (3 टेस्ट, बाहर), इंग्लैंड (3 टेस्ट, घर पर)

काग़ज़ पर न्यूज़ीलैंड अभी भी अपने शेष सभी छह मैच जीतकर 64.29 प्रतिशत अंक तक पहुंच सकती है, लेकिन उनका हालिया फ़ॉर्म इस संभावना के सच होने की उम्मीद पैदा नहीं करता। उनके अगले तीन टेस्ट भारत में भारत के ख़िलाफ़ हैं, जिसे उसके घर पर हराना किसी भी अन्य मज़बूत टीम के लिए मुश्किल रहता है। अगर न्यूज़ीलैंड शेष छह में से चार मैच जीतती है और दो हार जाती है तब भी उनके खाते में 50 प्रतिशत अंक होंगे।

ऑस्ट्रेलिया

प्रतिशत अंक : 62.50, शेष सीरीज़ : भारत (5 टेस्ट, घर पर), श्रीलंका (2 टेस्ट, घर पर)

ऑस्ट्रेलिया अभी 62.5 प्रतिशत अंकों के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर है और अगर वह अपने सभी सात मैच जीत जाती है तब उसके खाते में 76.32 प्रतिशत अंक हो सकते हैं। जिन दो टीमों, भारत और श्रीलंका के ख़िलाफ़ उसे दो श्रृंखलाएं खेलनी हैं वे भी फ़ाइनल में पहुंचने के प्रबल दावेदार हैं। पांच जीत उन्हें 65.79 प्रतिशतअंकों तक पहुंचाएगी लेकिन भारत और दक्षिण अफ़्रीका तब भी ऑस्ट्रेलिया से आगे जाने की स्थिति में होंगे। भारत के ख़िलाफ़ श्रृंखला शुरु होने से चीज़ें स्पष्ट होने लगेंगी, क्योंकि तब तक भारत न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ घर पर टेस्ट श्रृंखला खेल चुका होगा।

दक्षिण अफ़्रीका

प्रतिशत अंक : 38.89, शेष सीरीज़ : श्रीलंका, (2 टेस्ट, घर पर), पाकिस्तान (2 टेस्ट, घर पर), बांग्लादेश (2 टेस्ट, बाहर)

अगर दक्षिण अफ़्रीका अपने सभी शेष मैच जीत लेता है तब उनके खाते में 69.44 प्रतिशत अंक होंगे जो कि फ़ाइनल में जगह बनाने के लिए काफ़ी होंगे। क्योंकि तब भारत और ऑस्ट्रेलिया में से कोई एक ही इस आंकड़े को पार कर पाएगा। पांच मैच में जीत और एक मैच ड्रा होने पर दक्षिण अफ़्रीका के पास 63.89 प्रतिशत अंक होंगे और तब भी वह दावेदार बने रहेंगे। जबकि पांच में जीत और एक में हार नसीब होने पर उनके खाते में 61.11 प्रतिशतअंक होंगे, उनकी दावेदारी तब भी बनी रहेगी लेकिन ऐसी स्थिति में उन्हें अन्य नतीजों पर अधिक रहना पड़ेगा।

इंग्लैंड

प्रतिशत अंक : 42.19, शेष सीरीज़ : पाकिस्तान (3 टेस्ट, बाहर), न्यूज़ीलैंड (3 टेस्ट, बाहर)

श्रीलंका के ख़िलाफ़ अंतिम टेस्ट में इंग्लैंड की हार ने यह तय कर दिया है कि वह इस चक्र में 60 प्रतिशत अंकों से आगे नहीं जा सकते। अपने शेष सभी छह टेस्ट जीतकर वह 57.95 अंकों तक ही पहुंच सकते हैं। ऐसी स्थिति में भी उन्हें अन्य नतीजों पर निर्भर रहना होगा।

पाकिस्तान

प्रतिशत अंक : 19.05, शेष सीरीज़ : इंग्लैंड (3 टेस्ट, घर पर), दक्षिण अफ़्रीका (2 टेस्ट, बाहर), वेस्टइंडीज़ (2 टेस्ट, घर पर)

बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पाकिस्तान को न सिर्फ़ दो टेस्ट मैचों में हार मिली बल्कि धीमी ओवर गति रेट के चलते उन्हें छह अंकों का नुक़सान भी उठाना पड़ा। इसके चलते उनका प्रतिशत अंक 36.66 से 19.05 के आंकड़े पर आ गया है। यहां से अगर वह शेष सात मैच जीत भी लेते हैं तब भी वह अधिकतम 59.52 प्रतिशत अंकों तक ही पहुंच सकते हैं। पाकिस्तान का हालिया फ़ॉर्म यह नहीं दर्शाता कि वह यहां तक पहुंच पाएंगे।

वेस्टइंडीज़

प्रतिशत अंक : 18.52, शेष सीरीज़ : बांग्लादेश (2 टेस्ट, घर पर), पाकिस्तान (2 टेस्ट, बाहर)

वेस्टइंडीज़ ने अब तक चार श्रृंखलाएं खेल ली हैं और इस दौरान वह 108 में से 20 अंक ही हासिल कर पाए हैं। अगर वह शेष चार टेस्ट मैच जीत भी लेते हैं तब भी वह 43.59 प्रतिशत अंकों तक ही पहुंच पाएंगे।

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