चीन के साथ “रचनात्मक और स्थिर” सम्बंध बनाने का इच्छुक है जापान

अपने भाषण में शिगेरु इशिबा ने अपने सत्तारूढ़ प्रस्तावों को आंतरिक मामलों, कूटनीति, लोगों की आजीविका और अर्थव्यवस्था जैसे विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से बताया।

जापान के नये प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने शुक्रवार यानी 4 अक्टूबर को जापानी संसद के निचले सदन के पूर्ण सत्र में अपना पहला नीतिगत भाषण दिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वह चीन के साथ “रचनात्मक और स्थिर” सम्बंध बनाने का प्रयास करेंगे। अपने भाषण में शिगेरु इशिबा ने अपने सत्तारूढ़ प्रस्तावों को आंतरिक मामलों, कूटनीति, लोगों की आजीविका और अर्थव्यवस्था जैसे विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से बताया।

चीन के साथ सम्बंधों के मुद्दे पर इशिबा ने कहा कि वह चीन के साथ रणनीतिक और पारस्परिक रूप से लाभकारी रिश्ते को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। दोनों देशों के बीच सभी स्तरों पर संचार और आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही, वह संवाद और सहयोग के माध्यम से चीन के साथ “रचनात्मक और स्थिर” सम्बंध बनाने का प्रयास करेंगे।
आपको बता दें कि 1 अक्टूबर को, जापान की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख शिगेरू इशिबा को आधिकारिक रूप से जापान का 102वां प्रधानमंत्री चुना गया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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