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Airtel-Nokia ‘Green 5G’ पहल से कार्बन उत्सजर्न में सालाना 1.4 लाख टन की आएगी कमी

दोनों कंपनियों ने मंगलवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि यह परियोजना कृत्रिम मेधा (एआई) और मशीन र्लिनंग जैसी तकनीकों के साथ-साथ उन्नत सॉफ्टवेयर सुविधाओं और नवीन समाधानों का लाभ उठाकर एयरटेल के 4जी/5जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने पर ध्यान देगी।

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नई दिल्ली: दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल और फिनलैंड की दूरसंचार तथा सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी नोकिया ने ‘ग्रीन 5जी’ पहल के लिए गठजोड़ किया है। इसका उद्देशय़ एयरटेल के मोबाइल नेटवर्क पर ऊर्जा दक्षता में सुधार करना और सालाना 1,43,413 टन कार्बन उत्सजर्न को कम करना है।

दोनों कंपनियों ने मंगलवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि यह परियोजना कृत्रिम मेधा (एआई) और मशीन र्लिनंग जैसी तकनीकों के साथ-साथ उन्नत सॉफ्टवेयर सुविधाओं और नवीन समाधानों का लाभ उठाकर एयरटेल के 4जी/5जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने पर ध्यान देगी।

इसमें कहा गया, ‘‘इस पहल से ऊर्जा दक्षता में सुधार की उम्मीद है और एयरटेल के कार्बन उत्सजर्न में सालाना 1,43,413 टन की कमी आने का अनुमान है। साझेदारी के तहत बिजली की बचत होगी और ऊर्जा प्रबंधन अनुकूलतम होगा। नोकिया इंडिया के मोबाइल नेटवर्क मामलों के प्रमुख तरुण छाबड़ा ने कहा,‘‘नोकिया 2040 तक वैश्विक स्तर पर शुद्ध रूप से शून्य ग्रीनहाउस गैस उत्सजर्न के लिए प्रतिबद्ध है।

हमारी नवीन प्रौद्योगिकियां न केवल संचार नेटवर्क के समग्र प्रदर्शन को बढ़ाएंगी, बल्कि हमारे ग्राहकों के ऊर्जा दक्षता लक्षय़ों में योगदान करते हुए उनकी ऊर्जा खपत को कम करने में भी महत्वपूर्ण मदद करेंगी। भारती एयरटेल के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) रणदीप सेखों ने कहा कि साझेदारी से कार्बन उत्सजर्न में उल्लेखनीय कमी आएगी।

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