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भारतीय सेना ने द्रास, लद्दाख के दूरस्थ क्षेत्रों के युवा दूतों के लिए राष्ट्रीय एकता यात्रा का आयोजन किया

नई दिल्ली : फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के फॉरएवर इन ऑपरेशंस डिवीजन ने राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत, लद्दाख के युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से ऑपरेशन सद्भावना के अंतर्गत 15 छात्रों के लिए एक व्यापक ‘राष्ट्रीय एकता यात्रा’ को रवाना किया। ये छात्र द्रास के शांत और दूरस्थ.

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नई दिल्ली : फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के फॉरएवर इन ऑपरेशंस डिवीजन ने राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत, लद्दाख के युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से ऑपरेशन सद्भावना के अंतर्गत 15 छात्रों के लिए एक व्यापक ‘राष्ट्रीय एकता यात्रा’ को रवाना किया। ये छात्र द्रास के शांत और दूरस्थ गांवों से आए हैं।

‘राष्ट्रीय एकता यात्रा’ को 25 अक्टूबर 2024 को 56 माउंटेन ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर सुमीत अबरोल, एसएम, वीएसएम, पीएचडी ने ‘कारगिल युद्ध स्मारक’ से हरी झंडी दिखाई। यह यात्रा बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाएगी, उन्हें प्रमुख शैक्षिक संस्थानों, वैज्ञानिक विकासों, हमारे देश की विविध संस्कृति, परंपराओं और रीति-रिवाजों से रूबरू कराएगी। यात्रा का उद्देश्य उन्हें जीवनभर के लिए यादगार अनुभव देना है, जो उनके सामाजिक, व्यक्तिगत और शैक्षिक जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। इस यात्रा के दौरान, छात्र जम्मू, दिल्ली और जयपुर जैसी खूबसूरत शहरों का अन्वेषण करेंगे। यात्रा के दौरान वे विभिन्न सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करेंगे और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से मिलेंगे।

यात्रा के पहले चरण में, छात्र जम्मू में बलिदान स्तंभ पर शहीद वीरों को श्रद्धांजलि देंगे और आईआईटी जम्मू जैसे प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान का दौरा करेंगे। इसके बाद दूसरे चरण में वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय धरोहरों – इंडिया गेट, पुरानी और नई संसद और राष्ट्रपति भवन का दौरा करेंगे। उन्हें भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मिलने का दुर्लभ अवसर भी मिलेगा। नेहरू तारामंडल की यात्रा से उन्हें ब्रह्मांड और भारत की वैज्ञानिक प्रगति की झलक मिलेगी।

यात्रा के अंतिम चरण में, छात्र जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों जैसे अंबर किला, हवा महल और अल्बर्ट हॉल का दौरा करेंगे। वे खगोल-भौतिकी से जुड़े ऐतिहासिक यंत्रों को समझने के लिए जयपुर के जंतर-मंतर का दौरा भी करेंगे। सीमांत क्षेत्रों से आए ये छात्र चोखी धानी में राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद और राजस्थानी संस्कृति की झलक भी देखेंगे। भारत के विकासशील बुनियादी ढांचे और मजबूत प्रगति को देखने के लिए वे वंदे भारत और दिल्ली मेट्रो रेल से यात्रा करेंगे और महानगरों के जीवन का अनुभव करने के लिए मॉल भी जाएंगे।

यह संपूर्ण कार्यक्रम एक शैक्षिक यात्रा से कहीं अधिक है। यह उन्हें जागरूक, जिम्मेदार, आत्मविश्वासी और देशभक्त नागरिक बनाने की दिशा में एक कदम है जो क्षेत्र और राष्ट्र की प्रगति में योगदान करेंगे। भारतीय सेना देश के दूरस्थ क्षेत्रों के युवाओं को भारत के अन्य हिस्सों के साथ जोड़कर भारत के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

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