New Hezbollah Chief : नसरल्लाह की मौत के बाद लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह ने अपने नए लीडर के नाम का ऐलान कर दिया है। 71 वर्षीय नईम कासिम को हिजबुल्लाह का नया लीडर बनाया गया है। वह सितम्बर में मारे गए हिजबुल्लाह के पूर्व नेता हसन नसरल्लाह की जगह लेगा। एक ब्यान में हिजबुल्लाह के लिए निर्णय लेने वाली ‘शूरा परिषद’ ने दशकों से नसरल्ला के उपनेता रहे कासिम को नया लीडर चुना है। हिजबुल्लाह ने नसरल्ला की नीतियों को जीत तक जारी रखने का संकल्प लिया है ।
क्यों भागा ईरान?
इजरायली हमलों के डर से नईम कासिम ने इसी महीने की 5 तारीख को बेरूत छोड़ दिया था। कासिम को ईरान के विदेश मंत्री के विमान से बेरूत से निकाला गया था। इस समय उसे ईरान में सुरक्षित ठिकाने पर रखा गया है। नसरल्लाह की मौत के बाद से कासिम ने 3 बार वीडियो सन्देश दिया है।
कैसे बना लीडर?
नईम कासिम हिज्बुल्लाह में नंबर-2 की पोजिशन पर था और नसरल्लाह का सहायक भी था। वह अभी तक समूह के कार्यवाहक नेता के रूप में काम कर रहा था। पहले उसका नाम लीडर बनने की रेस में नहीं था। इस रेस में पहले नसरल्लाह का ममेरे भाई ‘हाशेम सैफिद्दीन’ का नाम था, परन्तु वह अक्तूबर की शुरुआत में इजरायली सेना के हमले में मारा गया।
कैमिस्ट्री टीचर से आतंकी बनने का सफर-
1953 में जन्मे कासिम का जन्म दक्षिणी लेबनान के कफार किला गांव में हुआ था। कासिम 1970 के दशक के दौरान लेबनान में चल रहे शियाओं के अमल आंदोलन का हिस्सा बना था। उसने 1977 में लेबनान यूनिवर्सिटी से कैमिस्ट्री में मास्टर डिग्री हासिल की। कासिम ने हाई स्कूल में छह साल तक केमिस्ट्री पढ़ाई। हिज्बुल्लाह के आंदोलन के समय कासिम संगठन से जुड़ा। वह हिजबुल्लाह के संस्स्थापक सदस्यों में भी शामिल रहा। 1991 में उसको हिज्बुल्लाह का डिप्टी सेक्रटरी जनरल बनाया गया।