CM Sukhwinder Singh Sukhu : अंतरराष्ट्रीय लवी मेला हिमाचल प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक मेलों में से एक है, जो हर साल शिमला जिले के रामपुर में आयोजित होता है। इस मेले का इतिहास लगभग 400 साल पुराना है और इसका उद्देश्य क्षेत्रीय व्यापार, संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देना है। इस साल लवी मेले का आयोजन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा क्योंकि इसमें हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी भाग लिया और किन्नौरी संस्कृति का अनुभव किया।
मुख्यमंत्री सुक्खू के किन्नौरी मार्केट में आगमन पर स्थानीय लोगों और व्यापारियों में उत्साह का माहौल था। उन्होंने किन्नौर से लाए गए विभिन्न उत्पादों का अवलोकन किया, जिसमें मुख्यतः ड्राइ फ्रूट्स और पारंपरिक जड़ी-बूटियां शामिल थीं। हिमाचल प्रदेश और विशेषकर किन्नौर के प्राकृतिक संसाधनों से मिलने वाले ये उत्पाद न केवल औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, बल्कि इनकी विशिष्टता भी इन्हें अलग पहचान दिलाती है। मुख्यमंत्री ने यहां मौजूद चिलगोजा ,बादाम, अखरोट, खुबानी और अन्य ड्राइ फ्रूट्स का स्वाद चखा और उनके गुणों को सराहा। इसके साथ ही, उन्होंने इन उत्पादों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने में रुचि दिखाई ताकि इनके आर्थिक और स्वास्थ्यवर्धक लाभों को समझा जा सके।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने किन्नौर से लाई गई जड़ी-बूटियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। किन्नौर की पारंपरिक जड़ी-बूटियां अपनी औषधीय विशेषताओं के लिए जानी जाती हैं और इनके उपयोग का इतिहास सदियों पुराना है। इन जड़ी-बूटियों का उपयोग विभिन्न बीमारियों के इलाज में होता है और इनका ज्ञान पीढ़ियों से पीढ़ियों तक चला आ रहा है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने इन जड़ी-बूटियों के औषधीय उपयोगों को जानने में विशेष रुचि दिखाई, ताकि स्थानीय लोगों को इनसे अधिक लाभ मिल सके और इनकी व्यवसायिक संभावना को भी बढ़ावा दिया जा सके।