चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 16 नवंबर को आयोजित एपेक नेताओं के 31वें अनौपचारिक सम्मेलन में इसकी घोषणा की कि चीन वर्ष 2026 में एपेक का मेज़बान बनेगा। चीन विभिन्न पक्षों के साथ एशिया-प्रशांत सहयोग मज़बूत करना चाहता है, ताकि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंच सके।
इस बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने संवाददाता के सवाल का जवाब दिया। प्रवक्ता ने कहा कि एपेक एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहयोग व्यवस्था है। चीन ने एशिया-प्रशांत सहयोग बढ़ाने के दृष्टिकोण से वर्ष 2026 में एपेक सम्मेलन का आयोजन करने का आवेदन दिया। एपेक के सदस्यों ने चीन के आवेदन का स्वागत किया और वर्तमान एपेक नेताओं के सम्मेलन में इसकी मंज़ूरी दी गयी।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन हमेशा एशिया-प्रशांत सहयोग पर ध्यान देता है। चीन ने वर्ष 2001 और 2014 में एपेक सम्मेलन का आयोजन किया था। वर्ष 2026 में चीन तीसरी बार एपेक का मेज़बान बनेगा। चीन सम्मेलन के आयोजन से जुड़े मामलों पर विभिन्न पक्षों के साथ संपर्क और सहयोग मजबूत करना चाहता है।
इसके साथ चीन वर्ष 2040 पुत्रजया विज़न का कार्यान्वयन करने, एशिया-प्रशांत साझे भाग्य वाले समुदाय व एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र का निर्माण करने और विभिन्न क्षेत्रों में व्यवहारिक सहयोग की उपलब्धियां बढ़ाने में विभिन्न पक्षों के साथ सहयोग करना चाहता है, ताकि एशिया-प्रशांत क्षेत्र, यहां तक कि पूरी दुनिया की आर्थिक वृद्धि में नई उम्मीद जग सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)