चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 16 नवंबर को पेरू की राजधानी लीमा में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मुलाकात की। इस मौके पर शी चिनफिंग ने कहा कि पिछले चार सालों में चीन-अमेरिका सम्बंधों में उतार-चढ़ाव होने के बावजूत दोनों देशों ने सफलतापूर्वक वार्ता और सहयोग किया। चीन-अमेरिका सम्बंध स्थिर कायम रहे।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन-अमेरिका सम्बंधों के विकास की प्रक्रिया चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक सम्बंधों की स्थापना के बाद पिछले 45 वर्षों के अनुभव और प्रबोधन की पुष्टि भी करती है। अगर दोनों देश साझेदार और दोस्त बने, तो चीन-अमेरिका सम्बंधों का दीर्घकालीन विकास होगा। अगर दोनों देश एक दूसरे को प्रतिद्वंद्वी और दुश्मन मानते, तो चीन-अमेरिका सम्बंधों में उतार-चढ़ाव, यहां तक कि वापसी आएगी।
शी चिनफिंग ने आगे कहा कि एकजुट होकर सहयोग करने पर ही युग की मुसीबतों का निपटारा किया जाएगा। आपसी लाभ वाला सहयोग करने पर ही साझा विकास होगा। खुलापन और साझा करने पर ही मानव जाति को लाभ मिलेगा। दुनिया के दो बड़े देश होने के नाते चीन और अमेरिका को उथल-पुथल वाली दुनिया में निश्चितता और सकारात्मक उम्मीद डालनी होगी।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय सम्बंध होने के नाते चीन-अमेरिका सम्बंधों का सतत् विकास न सिर्फ दोनों देशों के लोगों, बल्कि मानव जाति के भविष्य पर भी सम्बंधित है। चीन और अमेरिका को दोनों देशों के लोगों की भलाई और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साझा हितों के दृष्टिकोण से बुद्धिमानीपूर्ण चुनाव करना चाहिए, ताकि दोनों देशों की दीर्घकालीन शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व साकार हो सके।
शी चिनफिंग ने आगे कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अभी हुआ। चीन अमेरिका सरकार के साथ वार्ता कायम रखकर सहयोग बढ़ाना चाहता है, ताकि मतभेद पर नियंत्रण कर चीन-अमेरिका सम्बंधों का स्थिर पारगमन किया जा सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)