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स्पेस एक्स ने ISRO का 4,700 किलोग्राम वजनी संचार उपग्रह अमेरिका से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया 

बेंगलुरु। अरबपति कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने देश के नवीनतम संचार उपग्रह जीसैट-एन2 को अमेरिका के केप कैनवेरल से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने यह जानकारी दी। एनएसआईएल ने बताया कि फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए 4,700 किलोग्राम वजनी ‘जीसैट-एन2 हाई-थ्रूपुट’ (एचटीएस).

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बेंगलुरु। अरबपति कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने देश के नवीनतम संचार उपग्रह जीसैट-एन2 को अमेरिका के केप कैनवेरल से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने यह जानकारी दी। एनएसआईएल ने बताया कि फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए 4,700 किलोग्राम वजनी ‘जीसैट-एन2 हाई-थ्रूपुट’ (एचटीएस) उपग्रह को उसकी वांछित कक्षा में स्थापित कर दिया गया है।

एनएसआईएल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘एनएसआईएल के ‘जीसैट-एन2 हाई-थ्रूपुट’ (एचटीएस) संचार उपग्रह को 19 नवंबर 2024 को अमेरिका के केप कैनवेरल से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया।’’ एनएसआईएल ने कहा, ‘‘4,700 किलोग्राम वजनी जीसैट-एन2 को वांछित भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में स्थापित कर दिया गया है और इसरो की ‘मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी’ (एमसीएफ) ने उपग्रह का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि उपग्रह अच्छी स्थिति में है।’’ उसने बताया कि एनएसआईएल का दूसरा मांग आधारित उपग्रह ‘जीसैट-एन2’ एक ‘केए-बैंड हाई थ्रूपुट’ संचार उपग्रह है जो पूरे भारतीय क्षेत्र में ब्रॉडबैंड सेवाओं और विमानों की उड़ान में संपर्क सुविधा को बढ़ाएगा।

 

जीसैट-24 एनएसआईएल का पहला मांग आधारित उपग्रह था और इसे 23 जून, 2022 को फ्रांस में फ्रेंच गुयाना के कौरू से प्रक्षेपित किया गया था। जीसैट-एन2 उपग्रह के मिशन की अवधि 14 वर्ष है और यह 32 उपयोगकर्ता बीम से लैस है, जिनमें पूवरेत्तर क्षेत्र पर आठ संकीर्ण ‘स्पॉट बीम’ और शेष भारत पर 24 चौड़े ‘स्पॉट बीम’ शामिल हैं। एनएसआईएल ने कहा, ‘‘इन 32 बीम को भारत की मुख्य भूमि में स्थित ‘हब स्टेशन’ से सपोर्ट दिया जाएगा।’’

भविष्य की योजनाएं

एनएसआईएल ने बताया कि इन 32 बीम को भारत की मुख्य भूमि में स्थित ‘हब स्टेशन (Hub Station)’ से सपोर्ट मिलेगा, जो उपग्रह के माध्यम से उच्च  गुणवत्ता वाली सेवाएं सुनिश्चित करेगा।

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