इसरो ने कहा कि प्रयोग का उद्देश्य अंतरिक्ष में पॉलिमर इलेक्ट्रोलाइट मेम्ब्रेन ईंधन सेल संचालन का आकलन करना और भविष्य के मिशनों के लिए सिस्टम के डिजाइन की सुविधा के लिए डेटा एकत्र करना है।
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 के प्रणोदन मॉड्यूल (पीएम) को एक अनोखे प्रयोग के तहत चंद्रमा के आसपास की एक कक्षा से पृथ्वी के आसपास की एक कक्षा में स्थापित किया है। चंद्रयान-3 मिशन का प्रमुख उद्देशय़ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के समीप सॉफ्ट लैडिंग करना और लैंडर ‘विक्रम’ तथा रोवर.
बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 के प्रणोदन मॉड्यूल (पीएम) को एक अनोखे प्रयोग के तहत चंद्रमा के आसपास की एक कक्षा से पृथ्वी के आसपास की एक कक्षा में स्थापित किया है। चंद्रयान-3 मिशन का प्रमुख उद्देशय़ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के समीप सॉफ्ट लैंडिंग करना और लैंडर ‘विक्रम’ तथा रोवर.
चेन्नई : भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को कक्षा में भेजने वाले भारतीय रॉकेट का ऊपरी चरण पृथ्वी पर वापस आया और उत्तरी प्रशांत महासागर से टकराया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को ले जाने वाले एलवीएम-3 रॉकेट के क्रायोजेनिक ऊपरी चरण ने बुधवार को.
बेंगलुरु: इस साल 14 जुलाई को चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित करने वाले एलवीएम3 एम4 प्रक्षेपण यान का ‘क्रायोजेनिक’ ऊपरी हिस्सा बुधवार को पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित रूप से पुन? प्रवेश कर गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने यह जानकारी दी। इसरो ने एक बयान में कहा, ‘‘संभावित प्रभाव.
श्रीहरिकोटाः महत्वाकांक्षी गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम से जुड़े पेलोड के साथ उड़ान भरने वाले परीक्षण यान का शनिवार पूर्वाह्न 10 बजे सफल प्रक्षेपण किया गया। रॉकेट का प्रक्षेपण पहले शनिवार सुबह आठ बजे के लिए निर्धारित था, लेकिन बाद में इसे दो बार कुल 45 मिनट के लिए टाला गया। इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ.
इसराे गगनयान मिशन का पहला ट्रायल शनिवार को करेगा। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से गगनयान की पहली टेस्ट फ्लाइट भेजी जाएगी। पहली टेस्ट फ्लाइट एस्ट्रोनॉट के लिए बनाए गए क्रू मॉड्यूल को अपने साथ लेकर जाएगी और क्रू मॉड्यूल की लैंडिंग बंगाल की खाड़ी में होगी. जहां से नौसेना उसे रिकवर करेगी। मिशन.
श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए अपने पहले परीक्षण यान के प्रक्षेपण को पूर्वनिर्धारित समय से 30 मिनट बाद अंजाम देगा।परीक्षण यान डी1 मिशन के तहत लॉन्च पैड से प्रक्षेपण पहले सुबह आठ बजे होना था, लेकिन अब इसमें बदलाव कर इसे सुबह साढ़े आठ बजे किया गया.
नेशनल डेस्क: भारत ने हाल ही में चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के साथ ही अलग ायाम हासिल किया है। वहीं अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) गगनयान मिशन की तैयारियों में जुटा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गगनयान की प्रगति का आकलन करने के लिए मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान.