नई दिल्ली : वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण खोज की है जिससे हम यह जान पाएंगे कि नींद हमारे मस्तिष्क की शक्ति को कैसे बढ़ाती है। इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने यह समझाने की कोशिश की है कि शरीर और मस्तिष्क के विकास के लिए नींद कितनी जरूरी है। पहले किए कई शोधों में यह बात सामने आ चुकी है कि नींद हमारी कॉग्निटिव परफॉर्मेंस को बढ़ाने का काम करती है। हालांकि, अंतर्निहत तंत्रिका तंत्र, विशेष रूप से नॉन रैपिड आई मूवमेंट (एनआरईएम) नींद से संबंधित तंत्र, काफी हद तक अनदेखे रह गए हैं। राइस यूनिवर्सिटी और ह्यूस्टन मैथोडिस्ट सैंटर फॉर न्यूरल सिस्टम रिस्टोरेशन और वेइल कॉर्नेल मैडीकल कॉलेज के शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा किए गए एक नए अध्ययन का उद्देश्य इस चीज को सामने लाना था।
साइंस जर्नल में प्रकाशित इस शोध में बताया है कि एनआरईएम नींद (उदाहरण के लिए झपकी लेने पर अनुभव की जाने वाली हल्की नींद) मस्तिष्क को तेज करने का काम करती है और सूचना एन्कोडिंग को बढ़ाती है, जिससे इस नींद के चरण पर नई बात सामने निकलकर आती है। शोधकर्ताओं ने इनवेसिव स्टिमुलेशन के माध्यम से इन प्रभावों को दोहराया, जिससे मनुष्यों में भविष्य के न्यूरो-मॉडय़ूलेशन उपचारों के लिए आशाजनक संभावनाएं सुझाई गई।