India-China Relations : हाल ही में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में हुई जी 20 देशों की बैठक में यूं तो कई मुद्दों पर फैसले लिए गए, लेकिन अगर चीन और भारत के लिहाज से देखें तो दोनों देशों ने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं, जिन्हें क्षेत्रीय अखंडता और शांति के साथ ही सहयोग की दिशा में बेहतर कदम कहा जा सकता है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच रियो में जी 20 शिखर सम्मेलन के अलग विशेष बात हुई और इसके बाद ही दोनों देश कुछ साझा मुद्दों पर सहमत हुए।
दरअसल भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच रियो डी जेनेरियो में सोमवार यानी 18 नवंबर को देर रात बात हुई। जिसमें भारत-चीन ने आपसी संबंधों को आगे बढ़ाने को लेकर काम करने पर सहमति जताई। दोनों मंत्रियों ने महसूस किया कि संबंधों को स्थिर करना, मतभेदों को दूर करना और अगले कदम उठाना जरूरी है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, ‘‘वैश्विक स्थिति और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के बीच मतभेद और समानताएं दोनों हैं। हमने ब्रिक्स और एससीओ यानी शांगहाई सहयोग संगठन के ढांचे में रचनात्मक तौर से काम किया है।”
राजनयिक सूत्रों का कहना है कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि भारत-चीन संबंधों का विश्व राजनीति में खास महत्व है। जयशंकर और वांग ने महसूस किया कि यह जरूरी है कि संबंधों को स्थिर करने, मतभेदों को दूर करने और अगले कदम उठाने पर ध्यान केंद्रित किया जाए।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग) (लेखक— उमेश चतुर्वेदी)