Chinese Commerce Ministry : चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कथित जबरन श्रम के आरोपों के चलते चीनी कंपनियों को अमेरिका द्वारा काली सूची में डालने पर कड़ा विरोध जताया है। हाल ही में, अमेरिका ने उइगर जबरन श्रम एहतियाती अधिनियम के तहत 29 चीनी उद्यमों को संस्थाओं की सूची में जोड़ा है।
चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने 26 नवंबर को कहा कि अमेरिका द्वारा की गई ये कार्रवाइयां तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। उन्होंने इसे मानवाधिकारों की चिंताओं की आड़ में धमकाने वाला बताया और इसे विशुद्ध रूप से आर्थिक दबाव वाला कृत्य करार दिया। चीन इस कदम की कड़ी निंदा करता है और इसका विरोध करता है तथा इस मुद्दे को अमेरिका के समक्ष गंभीरता से उठाया है। चीन अपने उद्यमों के वैध हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि चीन जबरन श्रम का विरोध करता है और जोर देकर कहा कि शिनच्यांग में तथाकथित जबरन श्रम मौजूद नहीं है। उन्होंने ठोस सबूतों के बिना चीनी उद्यमों पर प्रतिबंध लगाने के लिए अमेरिका की आलोचना की, क्योंकि ये कंपनियां शिनच्यांग से कच्चा माल खरीदती हैं या इस क्षेत्र से श्रमिकों को काम पर रखती हैं।
उन्होंने तर्क दिया कि इससे शिनच्यांग के लोगों के बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है, प्रभावित उद्यमों के वैध हितों को नुकसान पहुंचा है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता और सुरक्षा को ख़तरा पैदा हुआ है। उन्होंने अमेरिका से आग्रह किया कि वह चीनी उद्यमों पर अपने अनुचित दमन को तुरंत बंद करे।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)