नई दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जबसे बाबासाहेब के बारे में बोला है तब से विपक्ष ने पूरे देश में हंगामा खड़ा कर दिया है। विपक्ष ने यह मांग रखी है कि अमित शाह को अंबेडकर पर दिए गए अपने गलत बयान के लिए माफी मांगनी होगी। वहीं आज संसद में जब सत्र शुरु हुआ तो विपक्ष के द्वारा किए जा रहे हंगामे की वजह से संसद के काम-काज को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। इसके साथ ही गुरुवार को संसद के शीतकालीन सत्र में एक अजीब और शर्मनाक दृश्य देखने को मिला, जब विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद संसद भवन परिसर में धक्कामुक्की करते नजर आए। इस दौरान कई सांसदों को चोटें आईं और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। भाजपा ने आरोप लगाया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उनके दो सांसदों, प्रताप चंद्र सारंगी और मुकेश राजपूत, को धक्का दिया। इसके कारण दोनों सांसदों को चोटें आईं और अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
#WATCH दिल्ली: भाजपा की राज्यसभा सांसद फंगनोन कोन्याक ने कहा, “विपक्ष के नेता राहुल गांधी करीब आए… मुझे यह पसंद नहीं आया और उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया…आज जो कुछ भी हुआ वह बहुत दुखद है, ऐसा नहीं होना चाहिए…मैंने सभापति से भी शिकायत की है…” pic.twitter.com/nRt3EdRrep
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2024
फांगनोन कोन्याक ने राहुल गांधी पर आरोप लगाए
आपको बता दें कि नागालैंड से भाजपा की महिला सांसद, फांगनोन कोन्याक, ने अब राहुल गांधी पर एक गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हंगामे के दौरान राहुल गांधी उनके बहुत पास आ गए थे और उन पर चिल्ला रहे थे, जिससे वह असहज महसूस करने लगीं। फांगनोन कोन्याक ने बताया कि यह व्यवहार किसी महिला सांसद के लिए स्वीकार्य नहीं होना चाहिए। महिला सांसदों ने इस बारे में राज्यसभा के सभापति को एक पत्र भी भेजा है।
फांगनोन कोन्याक का बयान
वहीं भाजपा सांसद फांगनोन कोन्याक ने कहा, “हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन राहुल गांधी जी अचानक बहुत पास आ गए और चिल्लाने लगे। यह मुझे असहज महसूस हुआ। ऐसा नहीं होना चाहिए था, क्योंकि एक सांसद दूसरे सांसद को इज्जत देता है। जब हम प्रदर्शन करते हैं, तो हम रास्ते छोड़कर करते हैं ताकि सुरक्षाकर्मी भी आसानी से जा सकें। लेकिन राहुल गांधी ने हमारे प्रदर्शन के दौरान बहुत नजदीक आकर धमकाने की कोशिश की। मुझे यह बिल्कुल अच्छा नहीं लगा।”
इस तरह का व्यवहार मेरे साथ नहीं होना चाहिए…
फांगनोन कोन्याक ने यह भी कहा, “मैं नागालैंड से हूं, और एक महिला सांसद हूं। मुझे लगता है कि इस तरह का व्यवहार मेरे साथ नहीं होना चाहिए था। मैंने इस बारे में सभापति को शिकायत भी की है।” वहीं यह घटना संसद के भीतर राजनीति के बढ़ते तनाव को और भी गहरा कर देती है। भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, और इस हंगामे ने दोनों दलों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।