पटना : बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर पुलिस ने छात्रों को बेरहमी से पीटा है। दरअसल छात्र BPSC कार्यालय का घेराव करने के लिए पहुंचे थे। छात्रों का कहना था कि प्रशासन हमारी समस्याओं का समाधान निकाले। इसके लिए छात्र कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे, पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की। पर जब छात्र नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस हंगामे के दौरान कई छात्र घायल भी हो गए।
13 दिसंबर वाली परीक्षा को रद्द करे सरकार
बता दें कि छात्रों का मांग है कि 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी परीक्षा को पूरी तरह से रद्द कर दिया जाए। इसके लिए छात्रों का एक दल बड़ी संख्या में पिछले चार से पांच दिनों में गर्दनीबाग में धरने पर बैठा है। वहीं इस पूरे मामले पर पटना जिला प्रशासन का कहना है, कि इनकी मांग है कि 13 दिसंबर को गर्दनीबाग में आयोजित की गई परीक्षा को रद्द कर दिया जाए, पर जो छात्र इस परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे है उनमें से अधिकांश छात्र गैर- परीक्षार्थी है।
छात्रों मे अस्पताल में भी हंगामा किया …
पटना जिला प्रशासन ने यह भी कहा कि कुछ छात्रों ने कथित तौर पर गर्दनीबाग अस्पताल में प्रवेश किया, जिसके बाद वहां हंगामा कर चिकित्सा कर्मचारियों को परेशान किया और अस्पातल के संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया है।
पप्पू यादव ने सरकार पर किया तीखा हमला
बीपीएससी (Bihar Public Service Commission) अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को लेकर पप्पू यादव ने बिहार सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा, “आख़िर बीपीएससी अभ्यर्थियों से बिहार सरकार को ऐसी क्या दुश्मनी है? उनके साथ आतंकवादियों और क्रूर अपराधियों जैसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है?” पप्पू यादव ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठियों से प्रहार को नाकाबिले बर्दाश्त बताते हुए इस कदम की कड़ी निंदा की।
न्याय की मांग
पप्पू यादव ने आगे कहा, “अपने लिए न्याय मांगने वालों पर लाठियों से ऐसा प्रहार करना बहुत ही गलत है। यह किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए शर्मनाक है।” उन्होंने बिहार सरकार की इस नीतियों को आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार अपनी हुकूमत को कायम रखने के लिए ऐसी कार्रवाई कर रही है, जो बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।
धरने की घोषणा
पप्पू यादव ने यह भी कहा कि यह सरकार के खिलाफ उनका विरोध जारी रहेगा। उन्होंने घोषणा की कि “आज रात फिर धरने पर बैठेंगे, क्योंकि यह सरकार जड़-मूल से सर्वनाश के संकल्प के साथ काम कर रही है और इसके खिलाफ हमें आवाज उठानी होगी।” इस बयान से पप्पू यादव ने स्पष्ट किया कि छात्रों की आवाज़ को दबाने की कोशिशों का वे पुरज़ोर विरोध करेंगे।