नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दें रहे है। उन्होंने लोकसभा में पहले ही जवाब दे दिया है। अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के तहत संबोधन किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति भाषण की सराहना की और कहा कि राष्ट्रपति जी का भाषण प्रेरक, प्रभावी और मार्गदर्शक था।
राष्ट्रपति ने देश को दिखाई दिशा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जी ने अपने भाषण में देश की आगे की दिशा को स्पष्ट किया है। उनके अभिभाषण में देश के भविष्य की दिशा के बारे में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया गया है, जो न केवल आज के समय के लिए बल्कि आने वाले वर्षों में भी हमारे लिए उपयोगी साबित होगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि राष्ट्रपति का उद्बोधन सिर्फ एक भाषण नहीं था, बल्कि यह हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत था। राष्ट्रपति जी ने जो दिशा दिखाई है, वह हम सभी के लिए भविष्य में काम करने की प्रेरणा बनेगी।
PM मोदी ने कांग्रेस पर कसा तंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनसे “सबका साथ, सबका विकास” की उम्मीद करना एक बड़ी गलती होगी। उनका कहना था कि यह कांग्रेस की सोच और समझ से बाहर है, क्योंकि कांग्रेस आज एक ऐसा दल बन चुकी है, जो एक परिवार के इर्द-गिर्द सिमट गया है।
कांग्रेस का राजनीतिक मॉडल
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का राजनीतिक मॉडल झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का मिश्रण था। उनका आरोप था कि जब तक यह सबका घालमेल होगा, तब तक “सबका साथ” की बात नहीं हो सकती। कांग्रेस का मॉडल केवल परिवार को प्राथमिकता देता था, और इस कारण उनकी नीति, वाणी और कार्यवाहियां केवल परिवार के लाभ के लिए ही समर्पित रहती थीं।
तीसरी बार जनता ने दिया सेवा का अवसर
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के बाद देश ने उन्हें सेवा करने का अवसर दिया और तीसरी बार जनता ने उन्हें अपना समर्थन दिया। उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देश की जनता ने उनकी विकास की नीतियों को समझा और समर्थन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने “राष्ट्र प्रथम” के सिद्धांत के तहत नीतियां बनाई और उसे ही अपनी कार्यशैली का आधार बनाया। पीएम मोदी ने गर्व से कहा कि 2014 के बाद देश को एक नया और वैकल्पिक मॉडल देखने को मिला, जो तुष्टिकरण की बजाय संतुष्टिकरण पर आधारित है।
कांग्रेस का तुष्टिकरण की नीति पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की राजनीति पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने छोटे तबकों को कुछ दे कर बाकी लोगों को दरकिनार किया और अपने स्वार्थपूर्ण राजनीति को आगे बढ़ाया। उनका यह भी कहना था कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण को अपनी राजनीति का औजार बना लिया था, जबकि उनका मॉडल संतुष्टिकरण पर आधारित है, जिसमें सभी वर्गों के कल्याण की बात की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस की नीतियों और उनके मॉडल की आलोचना करते हुए सरकार के नए दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि कैसे उनके नेतृत्व में देश को एक नया, पारदर्शी और समग्र विकास का मॉडल देखने को मिला है।
ओबीसी समाज के लिए संवैधानिक कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कई मुद्दों पर टिप्पणी की, जिसमें ओबीसी समाज के अधिकारों, कांग्रेस के इतिहास और देश में सामाजिक न्याय के उपायों पर बात की। यहां उनके मुख्य बयानों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि उन्होंने ओबीसी समाज की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया। उन्होंने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की घोषणा की, जो ओबीसी समाज के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सिर्फ ओबीसी समाज की मांग पूरी नहीं कर रहे, बल्कि उनके सम्मान और गरिमा को भी महत्व दे रहे हैं। उनका मानना था कि हमारा देश जनता जनार्दन की पूजा करता है और यह कदम उसी भावना के तहत उठाया गया है।
कांग्रेस और आरक्षण: पीएम मोदी का आरोप
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी आरक्षण की बात आती है, कांग्रेस ने हमेशा इसे विवाद का विषय बनाया है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आरक्षण को लेकर तनाव और दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की, जबकि उनकी सरकार ने गरीबों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण दिया है, बिना किसी के अधिकार को छीने। यह आरक्षण सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर आधारित है और इसे एससी, एसटी और ओबीसी समाज ने सराहा है।
कांग्रेस ने हमेसा बाबा साहेब के विचारों को नकारा…
प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब आंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा उनके विचारों को नकारा और उन्हें भारत रत्न तक देने में कतराई। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब आंबेडकर को सम्मान नहीं दिया, जबकि आज कांग्रेस को मजबूरी में ‘जय भीम’ बोलना पड़ता है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब की विचारधारा के विपरीत काम किया और उनके योगदान को खारिज किया।
औद्योगीकरण के पक्ष में बाबा साहेब आंबेडकर
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर औद्योगीकरण के पक्षधर थे, क्योंकि वह मानते थे कि यह समाज के वंचित वर्ग के लिए एक अवसर प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब के इस विचार को खारिज किया, जबकि उनकी सरकार ने 2014 में औद्योगीकरण को बढ़ावा दिया, जिससे दलित और आदिवासी समुदाय को आर्थिक आत्मनिर्भरता मिल सके।
मुद्रा योजना और सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब आंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिए मुद्रा योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के माध्यम से हर कारीगर और समुदाय को सशक्त बनाया जा रहा है, जो बाबा साहेब के विचारों के अनुरूप है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने कभी इन समुदायों की मदद नहीं की, वह आज मोदी सरकार के तहत उन्हें सम्मान दे रहे हैं।
नेहरू सरकार और आपातकाल का जिक्र
प्रधानमंत्री ने नेहरू सरकार के समय हुए कुछ घटनाओं का उल्लेख किया, जब कई प्रमुख व्यक्तित्वों को उनकी विचारधारा के कारण जेल में डाल दिया गया। उन्होंने मजरूह सुल्तानपुरी, बलराज साहनी, और लता मंगेशकर के भाई को जेल में डाले जाने का उदाहरण दिया। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ने आपातकाल के दौरान हुए अन्याय को भी याद किया, जब देश के नेताओं को जेल में डाला गया और शाही अहंकार के कारण देश को एक जेलखाना बना दिया गया।
इमरजेंसी और राजनीतिक दबाव
प्रधानमंत्री ने इमरजेंसी के दौरान हुई क्रूरता का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश में इमरजेंसी लागू करके कई बड़े नेताओं को जेल में डाला। उन्होंने जॉर्ज फर्नांडीस, किशोर कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ हुई बदसलूकी का उदाहरण दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह घटनाएं साबित करती हैं कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान का सम्मान नहीं किया और सत्ता में बने रहने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए और ओबीसी समाज के लिए उठाए गए कदमों का बचाव किया। उन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर की विचारधारा और औद्योगीकरण के महत्व को भी रेखांकित किया, साथ ही कांग्रेस की विफलताओं और आपातकाल के दौरान किए गए अत्याचारों को उजागर किया।
‘कांग्रेस ने देश की बर्बादी की‘
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश की प्रगति को पूरा करने का हक जो कांग्रेस को था, उसे कांग्रेस ने नकारा और देश को बर्बादी की ओर ढकेल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि आज के नौजवानों को यह जानना बहुत जरूरी है कि उनके माता-पिता को मुश्किलें क्यों झेलनी पड़ीं और देश की हालत क्यों ऐसी हुई।
डिजिटल इंडिया और नई तकनीकों की बढ़त
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर उनकी सरकार डिजिटल इंडिया के लिए सक्रिय नहीं होती तो आज जो सुविधाएं हम ले रहे हैं, उनके लिए हमें दशकों तक इंतजार करना पड़ता। उन्होंने बताया कि आज हमारे देश में 5जी तकनीक दुनिया में सबसे तेज गति से चल रही है, जबकि पहले के समय में कई तकनीकी चीजें भारत में आने में दशकों लग जाते थे।
कांग्रेस का ‘परमिट राज‘ और तकनीकी पिछड़ापन
मोदी ने कांग्रेस के ‘परमिट राज’ को देश के विकास में रुकावट बताया। उन्होंने कहा कि उस समय विकास के लिए भी हर चीज पर लाइसेंस की जरूरत होती थी। कंप्यूटर लाने के लिए लाइसेंस लेना पड़ता था और यहां तक कि घर बनाने के लिए भी सीमेंट के लिए अनुमति लेनी पड़ती थी। यह सब कांग्रेस के शासन के दौरान हुआ।
कांग्रेस के नेता के लिए 15 साल तक कार का इंतजार
मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के एक पूर्व वित्तमंत्री ने स्वीकार किया था कि बिना लाइसेंस परमिट के कुछ भी काम नहीं होता था, और यहां तक कि बिना रिश्वत के लाइसेंस मिलना नामुमकिन था। उन्होंने यह उदाहरण दिया कि एक कांग्रेस नेता के पिता के पास खुद का पैसा था, लेकिन 15 साल तक उन्हें कार खरीदने के लिए इंतजार करना पड़ा। मोदी ने इस पूरी स्थिति को कांग्रेस के शासन में हुई रुकावटों का परिणाम बताया, जहां हर कार्य में देरी होती थी और देश की प्रगति को लगातार बाधित किया गया।
खरगे पर बोले PM मोदी… सुनाई ये पंक्तियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर तंज करते हुए कहा कि खरगे जी, आपको अपने घर में ये बातें नहीं सुनने को मिलेंगी, इसलिए हम आपको यह बता रहे हैं। मोदी ने यह बयान उस समय दिया जब खरगे जी हाल ही में कविताएं पढ़ रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि खरगे जी जिस कविता का जिक्र कर रहे थे, उसमें कांग्रेस के भीतर की दुर्दशा का दर्द छिपा हुआ था, जिसे वह सार्वजनिक रूप से नहीं कह सकते थे।